भारत देश विविध धर्मों का संगम है जो इसकी अनेकता में एकता को प्रदर्शित करता है। भारत में अनेक धर्म होने के साथ साथ उन धर्मों से जुड़े अनेक त्योहार भी है, इन त्योहारों में मुस्लिम धर्म का एक बहुत ही प्रसिद्ध त्योहार है, ईद-उल-फितर, जिसे ईद के नाम से भी जाना जाता है।
आज मैं ईद-उल-फितर पर 10 लाइन के द्वारा आप लोगों से ईद-उल-फितर के बारे में चर्चा करूंगा, दोस्तों मुझे उम्मीद है कि ये लाइन आपको जरूर पसंद आएंगी तथा आप इसे अपने स्कूल तथा अन्य स्थानों पर इस्तेमाल भी कर सकेंगे।
1) ईद मुस्लिम समुदाय का एक प्रसिद्ध त्योहार है।
2) इस्लामिक मान्यता के अनुसार इस त्योहार का उत्थान मुहम्मद साहब द्वारा ब्रद के युद्ध को जीतने से हुआ था।
3) ईद-उल-फितर का पर्व रमजान माह के अंत में 30 दिनों तक रोजा रहने के बाद चांद को देखकर मनाया जाता है।
4) ईद-उल-फितर का त्योहार रमजान के पावन महीने में पड़ता इसलिए कुछ लोग इस त्योहार को रमजान के नाम से भी पुकारते हैं।
5) पूरे विश्व में मुस्लिम धर्म के अनुयायी इस त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाते हैं।
6) इस त्योहार का मानवता की दृष्टि से सबसे बड़ा उद्देश्य प्रेम एवं भाईचारे को बढ़ावा देना है।
7) यह त्योहार मुस्लिम धर्म के लोग दूसरे धर्म के लोगों के साथ मिलकर मनाते हैं तथा उन्हें अपने घर दावत पर भी आमंत्रित करते हैं।
8) इस दिन लोग अल्लाह से अपनी बरकत तथा परिवार के सलामती की दुआ मांगते हैं।
9) इस दिन लोग नहा धोकर सफेद कपड़ा पहनते हैं तथा उसपर इत्र लगाते हैं क्योंकि सफेद रंग पवित्रता तथा सादगी का प्रतीक होता है।
10) मुस्लिम समुदाय के लोग ईद के दिन तैयार होकर मस्जिदों में नमाज पढ़ने जाते हैं।
1) मुस्लिम समुदाय के लोग इस त्योहार को मनाने से पहले 30 दिन का रोजा (इस्लामिक व्रत) रखते हैं।
2) इस्लामिक व्रत (रोजा) का समय सुबह सूर्योदय से लेकर शाम को सूर्यास्त तक होता है।
3) डुबते सूरज के साथ मुस्लिम समुदाय के लोग अपना रोजा खोलते हैं, जो इफ्तार कहलाता है।
4) ईद के दिन लोग एक दूसरे की गलतियां भुलाकर सबको ईद की मुबारक बाद देते हैं।
5) इस दिन लोग एक दूसरे को ईद का तोहफा भी देते हैं, जिसे ईदी कहां जाता है।
6) ईद-उल-फितर के दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों के घरों में मीठी सेवइयां तथा अन्य स्वादिष्ट पकवान भी बनते हैं।
7) मुसलमान लोग ऐसा मानते हैं कि इस दिन लोगों को सेवइयां खिलाने से रिश्तों की कड़वाहट दूर होती है तथा संबंध प्रगाढ़ होते हैं
8) ईद-उल-फितर के दिन नमाज पढ़ने से पहले खजूर खाने की भी एक विशेष प्रथा है, ऐसा माना जाता है कि खजूर खाने से मन शुद्ध रहता है।
9) लोग नमाज पड़ने के बाद इस दिन एक दूसरे के गले लगते हैं तथा एक दूसरे को ईद की बधाई देते हैं।
10) भारत समेत अन्य देश जहां हिंदू मुस्लिम साथ साथ रहते हैं उन देशों में यह त्योहार हिंदू मुस्लिम एकता को बढ़ावा देता है।
निष्कर्ष
धार्मिक त्योहारों का मुख्य उद्देश्य होता है अपने धर्म को जीवित रखना तथा लोगों को समय समय पर धर्म के प्रति जागरूक करना मगर इन त्योहारों के गौण उद्देश्यों पर अगर नजर डाले तो पता चलता है कि इनके गौण उद्देश्यों में लोगों की खुशी, धार्मिक समभाव, भाईचारा तथा अन्य उपस्थित है। त्योहारे किसी भी धर्म के सिद्धांतों का दर्पण होता है, त्योहारों में झलकती मानवता तथा भाईचारा धर्म को ऊंचाई तक पहुंचाती है।
दोस्तों मैं आशा करता हूँ कि ईद-उल-फितर पर 10 लाइन (Ten Lines on Eid-ul-Fitr) आपको पसंद आए होंगे तथा आप इसे भली-भांति समझ गए होंगे।
धन्यवाद
उत्तर- भारत के केरल में ईद-उल-फितर 2 मई को तथा अन्य राज्यों में 3 मई को मनाया जाएगा।
उत्तर- ईद-उल-फितर मुस्लिम धर्म का त्योहार है, इसे ईद तथा रमजान के नाम से भी जाना जाता है।