भारत देश एक ऐसा देश है जो पर पर्यटन का केन्द्र माना जाता है,यहां के मौसम से लेकर ऐतिहासिक स्थल भी सभी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन तमाम ऐतिहासिक स्थलों में एक इंडिया गेट का नाम भी आता है, इंडिया गेट भारत का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक तथा पर्यटन स्थल है।
साथियों आज मैं इंडिया गेट पर 10 लाइन के द्वारा आप लोगों से इंडिया गेट के बारे में चर्चा करूंगा, दोस्तों मुझे उम्मीद है कि ये लाइन आपको जरूर पसंद आएंगी तथा आप इसे अपने स्कूल तथा अन्य स्थानों पर इस्तेमाल भी कर सकेंगे।
1) इंडिया गेट भारत की ऐतिहासिक विरासतों में से एक इसे एक युद्ध स्मारक के रूप में भी जाना जाता है।
2) यह 42 मीटर ऊँची विशाल इमारत नई दिल्ली के राजपथ पर स्थित है।
3)इस स्मारक का निर्माण अंग्रेज शासको द्वारा 1931 में कराया गया था।
4) प्राचीनकाल में इंडिया गेट को किंग्सवे के नाम से पुकारा जाता था।
5) इस राष्ट्रीय स्मारक की डिजाइन “सर एडवर्ड लुटियन्स” ने तैयार की थी।
6)यह इमारत पेरिस में बने एक इमारत “आर्क डे ट्रॉयम्फ़” से प्रेरित है।
7)ये स्मारक अंग्रेज शासकों द्वारा प्रथम विश्व युद्ध तथा अफगान युद्ध में मारे गए उन 90000 सैनिकों के स्मृति में बनवाया था।
8) इस गेट पर यूनाइटेड किंगडम के कुछ सैनिक तथा अधिकारियों समेत कुल 13300 नाम उत्कीर्ण है।
9) लाल एवं पीले कलर के बलुआ पत्थरों से बना यह स्मारक बहुत ही मनमोहक एवं दर्शनीय है।
10) गेट निर्माण के समय इसके सामने जॉर्ज पंचम की एक मूर्ति का भी निर्माण कराया गया था परंतु बाद में ब्रिटिशकालीन अन्य मूर्तियों के साथ इसे भी कोरोनेशनल पार्क में स्थापित कर दिया गया।
1) ड्यूक ऑफ कनॉट द्वारा इंडिया गेट की नींव 10 फरवरी 1921 को रखी गई थी।
2) गुमनाम शहीद सैनिकों के याद में यहां राइफल के ऊपर एक टोपी सजा दी गई है और इस टोपी के चारों कोनों पर हमेशा एक दीपक जलता रहता है।
3)प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री जी और तीनों सेनाओं के सेनाध्यक्ष इस अमर जवान ज्योति पर पुष्प चढ़ाकर अपनी श्रद्धांजली अर्पित करते हैं।
4)आजादी के बाद यह विश्व प्रसिद्ध इमारत अज्ञात भारतीयसैनिकों के मकबरे के रूप में जाना जाने लगा।
5) इंडिया गेट के मेहराब के नीचे श्री मति इंद्रा गांधी जी द्वारा अमर जवान ज्योति स्थापित की गई है।
6)इस स्मारक के निर्माण में पूरे 10 साल का समय लगा था।
7) यह पूरी दुनिया का सबसे बड़ा युद्ध स्मारक है, जिसकी ऊंचाई 42 मीटर है।
8) इंडिया गेट की चौड़ाई 9.1 मीटर तथा व्यास 625 मीटर एवं कुल क्षेत्रफल 360000 वर्ग मीटर है।
9) इसका अद्भुत द्वार, चारों ओर बिखरी रंगीन लाइटों की रोशनी तथा इसकी मनोहर सजावट किसी भी पार्टी या खुले आसमान के नीचे किसी कार्यक्रम के लिए मनोहर स्थान प्रदान करती हैं।
10)इसके निर्माण के समय भारत के प्रथम वायसराय विस्कॉन्ड चेम्सफोर्ड वहाँ उपस्थित थे।
निष्कर्ष
सेना किसी भी देश की शान होती है और उनके सम्मान में जितना भी किया जाये कम ही होता है, ऐसे में इंडिया गेट जैसी एक ऐतिहासिक अखिल भारतीय युद्ध स्मारक का भारत में होना एक गर्व की बात है। हमें इस स्मारक के महत्व को समझते हुए इसको तथा अन्य ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्थलों एवं इमारतों को संरक्षित रखना चाहिए।
दोस्तों मैं आशा करता हूँ कि इंडिया गेट पर 10 लाइन (Ten Lines on India Gate) आपको पसंद आए होंगे तथा आप इसे भली-भांति समझ गए होंगे।
धन्यवाद
उत्तर- इंडिया गेट 12 फरवरी 1931 को बनकर तैयार हुआ था।
उत्तर- इंडिया गेट पर 13300 जवानों का नाम लिखा गया है।