ऐसे तो सावन महीने के सभी दिन शुभ होते है, पर सावन के सोमवार की मान्यता अधिक होती है। सावन के सोमवार पर केवल मंदिरों में ही इतनी भीड़ व पूजा-पाठ नहीं होता लोग घरों में भी इस दिन पूजा अर्चना, कथा और भगवान शिव का पिंड रख कर रुद्राभिषेक आदि धार्मिक कार्य करते हैं। इस दिन मंदिरों में भी लोग अपने परिवार के साथ ख़ास पूजा-पाठ करवाते हैं और परिवार के सुख-शांति की कामना करते हैं।
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आज हम इस लेख में 10 लाइन के सेट से पढेंगे कि सावन के सोमवार की इतनी महत्वता क्यों है।
1) सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार ‘सावन के सोमवार’ कहलाते हैं।
2) महीने के दिनों के आधार पर इनकी संख्या 4 या 5 होती है।
3) सोमवार को हिन्दू धर्म में भगवान शिव का प्रिय दिन कहते हैं।
4) सावन महीने के सभी दिनों में सोमवार का अत्यधिक महत्व है।
5) सावन के सोमवार के दिन मंदिरों में बहुत से लोग दर्शन करने आते हैं।
6) इस दिन लोग शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और पुष्प अर्पित करते हैं।
7) सोमवार को हिन्दू पुरुष व महिलाएं भगवान शिव के भक्ति में उपवास रखते हैं।
8) कुंवारी लड़कियां भगवान शिव जैसा पति पाने के लिए 16 सोमवार का व्रत करती हैं।
9) सावन के सोमवार को उपवास करने से सुख-समृद्धि मिलती है।
10) रुद्राभिषेक करने के लिए सावन का सोमवार सबसे उत्तम दिन होता है।
1) श्रावण माह के सोमवार की हिन्दू धर्म में बहुत मत्वता है।
2) बच्चे, बूढ़े और महिलाएं सभी इस दिन भगवान के दर्शन के लिए मंदिर जाते हैं।
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3) भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग मंदिरों में सुबह से रात तक भीड़ रहती है।
4) लोग मंदिरों में शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाते हैं।
5) इस दिन सभी हिन्दू भक्ति की भावना में रमे होते हैं।
6) इस दिन खासकर भगवान शिव और हनुमान जी के मंदिरों में अधिक भीड़ होती है।
7) सावन के सभी सोमवारों पर उपवास व शिव की आराधना बहुत फलदायी होती है।
8) सावन के सोमवार की पूजा से भगवान शिव के साथ चंद्रदेव की भी कृपा मिलती है।
9) लोग सुख-समृद्धि, विवाह और संतान प्राप्ति के लिए सावन के सोमवार का उपवास करते हैं।
10) भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों से लाइव प्रसारण किये जाते हैं।
हिन्दू धर्म में भगवान शिव की बड़ी मान्यता है। मनुष्य के साथ-साथ सभी देव भी भगवान शिव को पूजते हैं। सावन में सोमवार का उपवास और भगवान शंकर की आराधना करने से भक्तों के सभी कष्ट ख़त्म होते हैं। लोग भगवान शिव पर बेलपत्र, धतुरा आदि अर्पित करते है और “ओम नमः शिवाय” का जाप करते हैं।