हम भारतीय नागरीक प्रत्येक राष्ट्रीय घटनाचक्रों एवं व्यक्ति विशेष के जन्मदिन को किसी न किसी दिवस या पर्व के रूप में अनिवार्यत: मनाते है।इन्ही सभी दिवसों में से एक दिवस जो देश के युवाओं को प्रेरित करने एवं उनके अंदर एक नई ऊर्जा को भरने के लिए प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को मनाया जाता है उसे हम राष्ट्रीय युवा दिवस कहते है।
साथियों आज मैं राष्ट्रीय युवा दिवस पर 10 लाइन के द्वारा आप लोगों से राष्ट्रीय युवा दिवस के बारे में चर्चा करूंगा, दोस्तों मुझे उम्मीद है कि ये लाइन आपको जरूर पसंद आएंगी तथा आप इसे अपने स्कूल तथा अन्य स्थानों पर इस्तेमाल भी कर सकेंगे।
1) प्रतिवर्ष 12 जनवरी को हम राष्ट्रीय युवा दिवस मनाते है।
2) स्वामी विवेकानंद जी का जन्म दिवस भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
3) सन् 1984 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष के रुप में मनाए जाने की घोषणा की थी।
4) उसी वर्ष भारत ने भी 12 जनवरी 1984 को स्वामी विवेकानंद जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
5) ऐसा माना जाता है कि स्वामी विवेकानंद जी के जीवन का दर्शन युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
6) सन् 1984 से भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस अधिकांश: स्कूलों ,कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में मनाया जा रहा है।
7) इस दिन स्कूलों में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
8) अक्सर कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में साहित्य प्रदर्शनी एवं व्याख्यान का आयोजन किया जाता है।
9) इस दिन छात्र-छात्राओं में प्रतिस्पर्धात्मक खेलो एवं ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है।
10) उनका जीवन दर्शन हमारे अन्दर अपनी परपंरा एवं कर्तव्य के प्रति एक नया जोश पैदा कर देता है।
1) राष्ट्रीय युवा दिवस को मनाने का मुख्य का उद्देश्य देश के युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी के जीवन दर्शन एवं संघर्ष को दिखाना तथा उसका अनुसरण करना है।
2) विवेकानन्द जी का जीवन वास्तव में आधुनिक मानव जाति के लिए प्रेरणादायक है।
3) माना जाए तो भारतीय युवाओं लिए विवेकानंद जी से बड़ा आदर्श और कोई नही।
4) जिसके फलस्वरूप युवाओं में नई ऊर्जा एवं जोश का आगमन होता है।
5) वास्तव में विवेकानंद जी का जीवन भारतीय युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है।
6) विवेकानंद जी का ज्ञान एवं साहित्य का लाभ आज भी हमारी युवा पीढ़ी लाभ उठा रही है।
7) स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में कलकत्ता शहर में हुआ तथा उनका असली नाम वीरेश्वर था।
8) विवेकानन्द जी के पिता नाम विश्वनाथ दत्त तथा माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था।
9) संपूर्ण विश्व में रामकृष्ण मिशन की स्थापना तथा हिन्दू सनातन धर्म का प्रचार प्रसार विवेकानन्द जी के द्वारा हुआ।
10) उनके द्वारा कहा गया एक वाक्य “उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाता” आज भी हमारे लिए प्रेरणादायक है।
निष्कर्ष
उक्त वाक्य से यह सिद्ध होता है राष्ट्रीय युवा दिवस केवल एक पर्व ही नहीं बल्कि देश के युवाओं एवं बच्चों में प्रतिस्पर्धात्मक सोच का विकास करना है, तथा उनमें अपनी लक्ष्य प्राप्ति हेतु उर्जा भर देना है।
उत्तर- सन् 1893 में अमेरिका के शिकागो शहर में।
उत्तर-अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस सन् 1984 से 12 अगस्त को मनाया जाता है।