हिन्दू धर्म में अनेक प्रकार के त्योहार मनाये जाते हैं उन त्योहारों का उद्देश्य तथा मनाने की विधि अलग अलग होती है। इन तमाम त्योहारों में एक त्योहार बसंत पंचमी का भी है, पूरे भारत में यह त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है इस दिन लोग कला, ज्ञान एवं संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा आराधना करते हैं।
साथियों आज मैं बसंत पंचमी पर 10 लाइन के द्वारा आप लोगों से बसंत पंचमी के बारे में चर्चा करूंगा, दोस्तों मुझे उम्मीद है कि ये लाइन आपको जरूर पसंद आएंगी तथा आप इसे अपने स्कूल तथा अन्य स्थानों पर इस्तेमाल भी कर सकेंगे।
1) बसंत पंचमी का त्योहार हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध त्योहार है।
2) बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन लोग माँ सरस्वती की पूजा करते हैं।
3) यह त्योहार माघ महीने में शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाया जाता है।
4) कुछ इस त्योहार को बसंत ऋतु के स्वागत में तथा कुछ लोग इसे धार्मिक कथाओं से जोड़कर मनाते हैं।
5) बसंत ऋतु को ऋतुराज अर्थात ऋतुओं का राजा भी कहां जाता है।
6) यह त्योहार शीत ऋतु के अंत होने का सूचक भी होता है।
7) बसंत पंचमी के दिन लोग बड़े हर्ष एवं उल्लास के साथ वागदेवी की पूजा करते हैं।
8) इस दिन लोग बड़े बड़े पंडाल सजाकर माँ की प्रतिमा की स्थापना करते हैं।
9) माता सरस्वती ज्ञान एवं बुद्धि की देवी है , लोग इनकी पूजा करके इनसे ज्ञान एवं सद्बुद्धि मांगते हैं।
10) भारत के साथ साथ बांगलादेश तथा नेपाल में भी माँ सरस्वती की पूजा की जाती है।
1) बसंत पंचमी को माँ सरस्वती के पूजा में महिलाएं भी शामिल होती है तथा माता को खुश करने के लिए गीत भी गाती है।
2) इस दिन शिक्षण संस्थानों में भी अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
3) माता सरस्वती हंस की सवारी करती है, इनके एक हाथ में वीणा दूसरे हाथ में ज्ञान का प्रतीक किताब, तीसरे हाथ में रूद्राक्ष की माला तथा उनका चौथा हाथ ध्यान की मुद्रा में होता है।
4) इस दिन माता सरस्वती को जल तथा पीले एवं सफेद फूल चढ़ाये जाते हैं।
5) लोग इस दिन माता से ज्ञान बुद्धि तथा विवेक के साथ साथ एक सुखमय जीवन का भी वरदान मांगते हैं।
6) इस दिन लोग सुबह सुबह नहा धोकर माता के गुलाल अर्पित करते हैं।
7) स्कूलों में बच्चे शिक्षकों के साथ मिलकर इस दिन माता सरस्वती की पूजा करते हैं तथा प्रसाद भी बांटते हैं।
8) कुछ लोग इस दीन माँ सरस्वती के साथ साथ भगवान विष्णु तथा कामदेव की पूजा भी करते हैं।
9) इस दिन कॉलेजों तथा स्कूलों में नाटक, लोक गीत तथा अनेक प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन भी कराया जाता है।
10) बसंत पंचमी के दिन की एक ऐसी मान्यता है की इस दिन अगर बच्चे के जिह्वा पर शहद से A बनाया जाए तो बच्चा काफी होशियार एवं ज्ञानवान हो जाता है।
निष्कर्ष
बसंत पंचमी एक सूचक त्योहार है जो बसंत के आने तथा ठंडी के जाने का संकेत देता है, इस दिन के बाद से ही सर्दी कम होने लगती है। लोग इस दिन को अनेक प्रकार से मनाते हैं कुछ लोग इस दिन मां सरस्वती की पूजा करते हैं तो कुछ भगवान विष्णु की तथा कुछ कामदेव की वहीं कुछ लोग इस त्योहार को बसंत के आने के खुशी में मनाते हैं।
दोस्तों मैं आशा करता हूँ कि बसंत पंचमी पर 10 लाइन (Ten Lines on Basant Panchami / Saraswati) आपको पसंद आए होंगे तथा आप इसे भली-भांति समझ गए होंगे।
धन्यवाद
उत्तर- बसंत पंचमी माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन मनाया जाता है।
उत्तर- साल 2022 में बसंत पंचमी 5 फरवरी के दिन शनिवार को पड़ेगा।