गणतंत्र दिवस, यह हर भारतीय के लिए बहुत मायने रखता है। यह हम सब के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिवस है। इसे हम बहुत ही उत्साह और साहस के साथ मनाते हैं। भारत एक महान देश है तथा “एकता में अनेकता” में विश्वास रखने के लिए प्रशिद्ध है। यहां एक से ज्यादा धर्म के लोग एक साथ पूरे समझ, धैर्य और भाईचारे के साथ रहते हैं। इसलिए राष्ट्रीय दिवस जैसे- 26 जनवरी, 15 अगस्त के कुछ असधारण क्षणों को सारे भारतीय साथ मिल कर मनाते हैं। गणतंत्रता दिवस की सुबह हर कोई, टी.वी पर दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी) में समारोह को देखने के लिए उत्साहित होते है।
गणतंत्र दिवस 2023 पर कुछ महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts about Republic Day 2023 of India)
- 26 जनवरी 2023 को 74वां गणतंत्र दिवस मनाया जायेगा।
- मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी को 2023 में गणतंत्र दिवस के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
गणतंत्र दिवस 2021 के महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts about Republic Day of 2021)
- भारत ने 26 जनवरी 2021 को अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाया।
- ब्रिटेन के प्रधान मंत्री श्री बोरिस जॉनसन को 2021 में गणतंत्र दिवस के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था, लेकिन COVID-19 के कारण उनकी यात्रा रद्द कर दी गई।
- वर्ष 2021 से पहले 1952, 1953 और 1966 के गणतंत्र दिवस समारोह में भी किसी बाहरी मुख्य अतिथि को आमंत्रित नहीं किया गया था।
- वर्ष 2021 के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए सरकार ने कोरोना को ध्यान में रखते हुए कुछ दिशानिर्देश जारी किए, जिसके तहत 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को समारोह में भाग लेने की अनुमति नहीं थी, केवल 25,000 लोगों को एक दर्शक के रूप में अनुमति दी गई थी, इस बार कोई भी पुरस्कार वितरण नहीं किया जायेगा, आदि।
- गणतंत्र दिवस समारोह में विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और मंत्रालयों से 32 झांकी ने हिस्सा लिया।
- पहली भारतीय महिला फाइटर पायलट भावना कंठ को इस साल परेड में भाग लेने का अवसर मिला।
- राफेल लड़ाकू विमान 72वें गणतंत्र दिवस पर आकर्षण का केंद्र था।
- भारतीय सशस्त्र बलों ने पिनाका ब्रिज लेइंग टैंक T-72, T -90 भीष्म, रुद्र के फ्लाई-पास्ट, आर्मी एविएशन के ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर्स, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (ICV) बॉलवे मशीन पिकेट (BMP II) , सामविजय इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, ब्रह्मोस वेपन सिस्टम, आदि द्वारा अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया।
गणतंत्र दिवस पर अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
भारत का नागरिक होने के नाते प्रत्येक व्यक्ति देश में वर्तमान में क्या घटित हो रहा है, इतिहास तथा अन्य तथ्यों के बारे में जानना चाहता है। यहां हमने भारत के गणतंत्रता दिवस के बारे में कुछ रोचक और ज्ञानवर्धक तथ्य प्रदान किये हैं, इन तथ्यों को जानकर इस वर्ष अपने अन्दर गणतंत्रता दिवस समारोह को देखने का उत्साह बढ़ायें।
- 1950 में 26 जनवरी को 10:18 बजे भारतीय संविधान लागू हुआ (अधिकारिक रूप से एक कानूनी प्रचलन में) जिसके बाद भारत एक गणतंत्र देश बन गया।
- भारतीय संविधान विशेष रूप से 26 जनवरी को लागू हुआ क्योंकि 26 जनवरी, 1930 को “पूर्ण स्वराज्य” दिवस घोषित किया गया था।
- भारत का संविधान दुनिया का सबसे लम्बा लिखित संविधान है (जिसे एक दिन में नहीं पढ़ा जा सकता); इसमें 25 भागों में 448 लेख, 12 अनुसूची तथा 103 संशोधन किये गये हैं।
- भारतीय संविधान डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर द्वारा लिखा गया था तथा उन्हें संविधान का पिता भी कहा जाता है।
- भारतीय संविधान को पूरा होने में लगभग 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगे।
- संविधान की हस्तलिखित दो प्रतियां है, जिसमें एक हिन्दी है और एक अंग्रेजी है।
- संविधान की हस्तलिखित दोनों प्रतियों को 24 जनवरी 1950 को विधानसभा के लगभग 308 सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित किया गया था।
- मूल रूप से हाथ से लिखी गई भारतीय संविधान की दोनों प्रतियां संसद भवन के पुस्तकालय में हीलियम से भरे केस में सुरक्षित रूप से रखी गईं है।
- भारतीय संविधान की स्थापना के बाद, 103 संशोधन (परिवर्तन) किए गए हैं।
- “सत्यमेव जयते” (भारत के सबसे बड़े आदर्श वाक्यों में से एक) “मुंडक उपनिषद” के “अथर्ववेद” से लिया गया है। यह पहली बार, 1911 में आबिद अली द्वारा हिन्दी भाषा में अनुवादित किया गया।
- मदन मोहन मालवीय ने “सत्यमेव जयते” को भारतीय आदर्श वाक्य के रूप में चयनित किया।
- “जन गण मन” (राष्ट्रगान) को सर्वप्रथम बंगाली भाषा में “रविन्द्रनाथ टैगोर” द्वारा लिखा गया था।
- “गन गण मन” (राष्ट्रगान) को पहली बार हिंदी भाषा में, “आबिद अली” द्वारा 1911 में अनुवादित किया गया, जिसके बाद राष्ट्रीय गान को 1950 में, 24 जनवरी को भारतीय के राष्ट्रीय गान के रूप में आधिकारिक तौर पर अपनाया गया।
- भारतीय राष्ट्रगान के बोल और संगीत “रविन्द्रनाथ टैगोर” ने 1911 में दिया।
- भारतीय राष्ट्रगान पहली बार 27 दिसम्बर, 1911 कोलकत्ता में, राष्ट्रीय कांग्रेस के सम्मेलन में गाया गया।
- राष्ट्रगान गाने या बजाने में 52 सेकेन्ड लगते हैं।
- भारत के पहले राष्ट्रपति, “डॉ राजेन्द्र प्रसाद” ने 26 जनवरी, 1950 में पहली बार शपथ ग्रहण किया।
- हर साल 21 तोपों की सलामी दी जाती है, जब भारत के राष्ट्रपति सम्मान को चिन्हित करने के लिये गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
- “अबाइड बाई मी” (यह महात्मा गांधी का बहुत लोकप्रिय ईसाई भजन है) गणतंत्र दिवस के तीन दिन बाद बिटींग रिट्रीट समारोह के दौरान यह लोकप्रिय गीत गाया जाता है।
- बिटींग रिट्रीट समारोह 29 जनवरी को विजय चौक में भारतीय सेना, वायु सेना तथा नौसेना बैंड के प्रदर्शन के साथ समारोह आयोजित किया जाता है। यह भारतीय गणतंत्रता दिवस समारोह के समाप्ति का प्रतिक है।
- भारतीय संविधान केवल सुलिखित है मुद्रित नहीं है और केवल 1000 प्रतियां आज तक लिखी गईं हैं।
- यह नियम है की देश का राष्ट्रपति गणतंत्रता दिवस को संबोधित करता है, जबकि देश का प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस को संबोधित करता है।
- देश की आजादी में शहीद होने वाले भारत के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिये प्रधानमंत्री द्वारा हर राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर अमर जवान ज्योति पर एक फूलों की माला रखी जाती है।
- भारत का गणतंत्रता दिवस तब और भी महान समारोह हो जाता है जब, योग्य उम्मीदवार को बहादुरी पुरस्कार जैसे- परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीरचक्र, कीर्ति चक्र और अशोक चक्र से सम्मानित किया जाता है।
- इन्डोनेशिया के राष्ट्रपति सुकार्णो, 26 जनवरी, 1950, भारत के पहले गणतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे।
- मलिक गुलाम मोहम्मद (पाकिस्तान के पहले गवर्नल जनरल) 1955 के राजपथ परेड (पहली बार गणतंत्रता दिवस परेड की शुरूआत हुई थी) के पहले मुख्य अतिथि थे।
- डॉ भीमराव अम्बेडर भारतीय संविधान समिति के अध्यक्ष थे।
- संघ और राज्य के बीच सत्ता के विभाजन का विचार केनडा के संविधान से लिया गया है, सोवियत संघ से मौलिक कर्तव्य, आयरलैंड के संविधान से प्रत्यक्ष तत्व, फ्रंसीसी संविधान से गणतंत्रीय प्रशासन प्रणाली और जर्मनी के संविधान से आपातकालीन स्थिती लिया गया है।
- भारतीय संविधान की प्रस्तावना संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रस्तावना से प्रेरित है, जिसमें कहा गया है की “हम लोग…”।
- गणतंत्रता दिवस, 1957 में भारत सरकार द्वारा बच्चो को शोर्य पुरस्कार देने का रिवाज की शुरूआत हुई, उनके बहादुरी के उपलब्धियों के लिये।
- 1950 से, 26 जनवरी को “स्वराज दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
- 1955 से पहले, भारत का गणतंत्रता दिवस राजपथ पर नहीं मनाया जाता था।
- 1955 से पूर्व, 1954 तक गणतंत्रता दिवस समारोह “किंग्सवे”, “लालकिला”, तथा “रामलीला मैदान” में होता था।
- 1961, गणतंत्रता दिवस की मुख्य अतिथि ब्रिटेन की “रानी एलिजाबेथ” थीं।
- 26 जनवरी, 1965, गणतंत्रता दिवस के अवसर पर “हिन्दी” को भारत का “राष्ट्रीय भाषा” घोषित किया गया।
- 26 जनवरी, 1950, को सारनाथ स्थित “अशोक चक्र” को “राष्ट्रीय चिन्ह” घोषित किया गया।
- 26 जनवरी, 1950, “वंदे मातरम” को “राष्ट्रीय गीत” घोषित किया गया। यह गीत “बंकीम चन्द्र चटोपाध्याय” द्वारा लिखित देशभक्त उपन्यास “आनंदमठ” की कविता से लिया गया है। कविता के केवल दो छन्दों को भारत के राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया है।
- प्रत्येक वर्ष गणतंत्रता दिवस के पर राष्ट्रपति भवन इलेक्ट्रोनिक लाइट के माध्यम से उजागर किया जाता है। हाल ही में इमारत को गतिशील लाइटिंग से रौशन किया गया जो हर कुछ सेकेंड में अपना रंग बदलकर 1.6 करोड़ रंग संयोजन बनाता है।
- जिस दिन संविधान हस्ताक्षर किया जा रहा था, उस दिन बारिश हो रही थी, इसे ज्यादातर लोग शुभ सगुन मानते हैं।
- भारत के संविधान को दुनिया का सबसे अच्छा संविधान माना जाता है। वर्ष 2018 तक, इसमें मात्र 102 संशोधन हुए थे, जो इस मजबूत गठन के रूप को बताते है।