प्रधानमंत्री की क्रांतिकारी अभियानों में से एक ‘स्वच्छ भारत अभियान’ अपने आप में अनूठा है। भारत सरकार की यह पहल प्रशंसनीय है। आजकल इस मुद्दे पर आए-दिन चर्चा होती है। स्कूल-कॉलेजों में भी विभिन्न प्रतियोगिताओं और परीक्षाओं में यह विषय दिया जाने लगा है। चूंकि यह प्रधानमंत्री की विकास योजनाओं में से एक है। इसलिए यह अपेक्षा की जाती है कि शैक्षणिक स्तर पर सबको इसकी जानकारी रहे।
स्वच्छ भारत अभियान पर छोटे तथा बड़े निबंध (Swachh Bharat Abhiyan par Nibandh)
हम यहाँ कुछ छोटे-बड़े निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं। जो कि विभिन्न पक्षों पर आपकी मदद करेगें।
स्वच्छ भारत अभियान पर 10 पंक्तियों का निबंध
- स्वच्छ भारत अभियान, 2014 में शुरू किया गया, यह एक राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान है।
- इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालय निर्माण को बढ़ावा देकर भारत को खुले में शौच से मुक्त बनाना है।
- मशीनीकृत विकल्पों और सख्त कानूनी उपायों पर जोर देते हुए हाथ से मैला ढोने की प्रथा का उन्मूलन एक प्रमुख उद्देश्य है।
- स्वच्छ भारत अभियान उचित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर जोर देता है, बायोडिग्रेडेबल और गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरे को अलग करने की बात करता है।
- व्यवहार परिवर्तन एक केंद्र बिंदु है, जो जागरूकता अभियानों के माध्यम से स्वच्छता के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव को प्रोत्साहित करता है।
- शौचालय निर्माण को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है, प्रोत्साहन और भागीदारी से इस प्रक्रिया में तेजी आ रही है।
- स्वच्छता पर जोर दिया जाता है, शौचालयों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाता है और स्वास्थ्यकर आदतें अपनाई जाती हैं।
- स्थानीय निकाय स्थानीय आवश्यकताओं के साथ लक्ष्यों को ध्यान देते हुए, जमीनी स्तर पर अभियान को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- गैर-सरकारी संगठन और कॉर्पोरेट संस्थाएँ वित्तीय सहायता और स्वयंसेवी प्रयासों के माध्यम से योगदान करते हैं।
- स्वच्छ भारत अभियान ने शौचालय निर्माण, अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने में उल्लेखनीय प्रगति की है।
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (100 – 200 शब्द)
स्वच्छ भारत अभियान, जिसे स्वच्छ भारत मिशन भी कहा जाता है, भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी के 150वीं जयंती तक भारत को पूर्ण रूप से स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान की शुरुआत की और इसे जन आंदोलन का रूप दिया। इस अभियान के अंतर्गत स्कूलों, सरकारी ऑफिसेस, अस्पतालों, सार्वजनिक स्थानों और सड़कों की सफाई पर जोर दिया गया। लेकिन शौचालयों का निर्माण और खुले में शौच को समाप्त करना इस अभियान के प्रमुख उद्देश्यों में से एक था।
इस अभियान के कारण हमारे आसपास की सफाई में काफी सुधार हुआ है, लोग अब अधिक जिम्मेदार हो गए हैं और गंदगी फैलाने से बचते हैं। कई जगहों पर कूड़ेदान लगाए गए हैं और कचरा प्रबंधन के लिए नई योजनाएँ भी बनाई गई हैं। हम सभी को इस अभियान में अपना योगदान देना चाहिए। स्वच्छता न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी है बल्कि यह पर्यावरण की रक्षा भी करती है। अगर हम सब मिलकर कोशिश करें तो हम महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार कर सकते हैं। स्वच्छ भारत अभियान से न केवल हमारा भारत साफ और स्वच्छ होगा बल्कि हम सभी स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकेंगे।
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध – 2 (300 – 400 शब्द)
प्रस्तावना
स्वच्छ भारत अभियान, भारत को स्वच्छ रखने के लिए एक मुहीम है जिसे भारत सरकार द्वारा महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया था, यह अभियान गांधी जी के जन्मदिन पर 2 अक्टूबर 2014 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजघाट, नई दिल्ली में बापू के समाधि स्थल पर सफाई करके की गयी थी। इस सफाई अभियान का उद्देश्य 2019 तक मतलब महात्मा गांधी के 150वीं जयंती तक पूरे भारत को खुले में शौच से मुक्त व स्वच्छ बनाने का था।
स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य
यह अभियान दो मुख्य घटकों (ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन और शहरी क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन) के अंतर्गत लांच किया गया था। इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए जैसे बड़े पैमाने पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालयों का निर्माण तथा ग्रामीण इलाकों में लोगों को शौचालयों के उपयोग और स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करना। साथ ही साथ सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सड़कों की सफाई पर भी जोर दिया गया। बच्चों और युवाओं में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों का भी आयोजन किया गया।
समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों को ज्यादा से ज्यादा प्रेरित करने के लिए स्वच्छता की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने वालों को सम्मानित भी किया गया। इस अभियान में न केवल सरकारी संस्थानों बल्कि निजी संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) और आम जनता ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
स्वच्छ भारत मिशन के आंकड़े और होने वाले लाभ
स्वच्छ भारत मिशन के लिए बजट आवंटन लगभग ₹62,009 करोड़ (यानी 8.7 बिलियन डॉलर) था। 2014 से 2019 तक ग्रामीण क्षेत्रों में 100 मिलियन से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया। जिससे शौचालय वाले ग्रामीण घरों का प्रतिशत 2014 में 39% से बढ़कर 2019 तक लगभग 100% हो गया।
वहीं शहरी क्षेत्रों में लगभग 6.3 मिलियन घरेलू शौचालय और 600,000 सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय बनाए गए और शहरी क्षेत्रों के 97% वार्डों में घर-घर जाकर कचरा संग्रहण लागू किया गया। जिससे सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग 2014 में 18% से बढ़कर 2020 तक लगभग 60% हो गया। बेहतर स्वच्छता और सफाई के कारण डायरिया संबंधी बीमारियां, मिट्टी से फैलने वाले कृमि और कुपोषण में कमी आई है। बेहतर स्वच्छता के कारण उत्पादकता में वृद्धि हुई है और स्वास्थ्य सेवा लागत में कमी भी आई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2014 की तुलना में 2019 में डायरिया से लगभग 300,000 कम मौतें हुईं, जिसकी वजह है बेहतर स्वच्छता। खुले में शौच से मुक्त होने वाले गांवों के परिवारों को स्वास्थ्य लागत पर लगभग 50,000 रुपये वार्षिक बचत हुई। ओडीएफ की वजह से उन क्षेत्रों में भूजल प्रदूषण में भी कमी हुई है। और स्वच्छता सुविधाओं की वजह से लगभग 93% महिलाएं घर पर सुरक्षित महसूस करती हैं।
शुरुवात में इस अभियान ने गजब का सामाजिक क्रांति लाया लेकिन समय बीतते इस अभियान को लेकर लोगों में ज्यादा क्रेज नहीं रह गया है। हालांकि, काफी हद तक देशभर में स्वच्छता की सोच और व्यवहार की दिशा में परिवर्तन हुआ है। लोग पहले से कहीं ज्यादा स्वच्छता के महत्व को समझने लगे हैं और अपने आस-पास के क्षेत्रों को साफ सुथरा रखने का प्रयास कर रहे हैं।
निष्कर्ष
स्वच्छता को लेकर लोगों में जो उदासीनता थी, अब वह बदल गई है। लोग समझ चुके हैं कि स्वच्छता केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। लेकिन इस अभियान को, स्वच्छता की सोच को लोगों में जिन्दा रखने के लिए सरकार को समय समय पर प्रयत्न करते रहना पड़ेगा ताकि लोग स्वच्छता के महत्व को समझते रहें और अपने देश को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने का प्रयास करते रहें।
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (600 शब्द)
प्रस्तावना
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत सरकार ने देश में स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाने के लिये की है। हम ऐसे तो अपना घर साफ रखते हैं, तो क्या यह हमारी जिम्मेदारी नहीं बनती कि हम अपने देश को भी साफ रखें। कूड़े को यहां-वहां न फेक कर कूड़ेदान में डालें। महात्मा गाँधी जी ने स्वच्छ भारत का सपना देखा था, जिसके संदर्भ में गाँधीजी ने कहा कि, ”स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरुरी है” वे उस समय देश में व्याप्त गरीबी और गंदगी से अच्छी तरह अवगत थे, इसी वजह से उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिये कई प्रयास भी किये, लेकिन सफल नहीं हो पाए।
स्वच्छ भारत अभियान क्या है ?
स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्वच्छता मुहिम है जो भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है, इसके तहत 4041 सांविधिक नगरों के सड़क, पैदल मार्ग और अन्य कई स्थल आते है। ये एक बड़ा आंदोलन है जिसके तहत भारत को 2019 तक पूर्णंत: स्वच्छ बनाने की बात कही गयी थी। इस मिशन को 2 अक्टूबर 2014 (145वीं जन्म दिवस) को बापू के जन्म दिन के शुभ अवसर पर आरंभ किया गया था और 2 अक्टूबर 2019 (बापू के 150वीं जन्म दिवस ) तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। भारत के शहरी विकास तथा पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा इस अभियान को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू किया गया है।
स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत
इस मिशन की कार्यवाही निरंतर चलती रहनी चाहिये। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये भारत के लोगों में इसका एहसास होना बेहद आवश्यक है। ये सही मायनों में भारत की सामाजिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है, जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहाँ नीचे कुछ बिंदु उल्लिखित किये जा रहे है जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते है।
- ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हों, साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
- नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
- खुद के स्वास्थ्य के प्रति भारत के लोगों की सोच और स्वभाव में परिवर्तन लाना और साफ-सफाई की प्रक्रियों का पालन करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता लाने करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
- इसमें काम करने वाले लोगों को स्थानीय स्तर पर कचरे के निष्पादन का नियंत्रण करना, खाका तैयार करने के लिये मदद करना।
- पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी को बढ़ाना।
- भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।
- स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से समुदायों और पंचायती राज संस्थानों को निरंतर साफ-सफाई के प्रति जागरुक करना।
स्वच्छ भारत – स्वच्छ विद्यालय अभियान
ये अभियान केन्द्रिय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा चलाया गया और इसका उद्देश्य भी स्कूलों में स्वच्छता लाना है। इस कार्यक्रम के तहत 25 सितंबर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक केंद्रिय विद्यालय और नवोदय विद्यालय संगठन जहाँ कई सारे स्वच्छता क्रिया-कलाप आयोजित किये गए जैसे विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता के विभिन्न पहलूओं पर चर्चा, इससे संबंधित महात्मा गाँधी की शिक्षा, स्वच्छता और स्वाथ्य विज्ञान के विषय पर चर्चा, स्वच्छता क्रिया-कलाप(कक्षा में, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, मैदान, बागीचा, किचन, शेड दुकान, खानपान की जगह इत्यादि)। स्कूल क्षेत्र में सफाई, महान व्यक्तियों के योगदान पर भाषण, निबंध लेखन प्रतियोगिता, कला, फिल्म, चर्चा, चित्रकारी, तथा स्वाथ्य और स्वच्छता पर नाटक मंचन आदि। इसके अलावा सप्ताह में दो बार साफ-सफाई अभियान चलाया जाना जिसमें शिक्षक, विद्यार्थी, और माता-पिता सभी हिस्सा लेंगे।
निष्कर्ष
हम कह सकते है कि इस वर्ष के हमारे लक्षय में हम काफी हद तक सफल हो गये हैं। जैसा कि हम सभी ने कहावत में सुना है ‘स्वच्छता भगवान की ओर अगला कदम है’। हम विश्वास के साथ कह सकते है कि, अगर भारत की जनता प्रभावी रुप से इसका अनुसरण करे तो आने वाले समय में, स्वच्छ भारत अभियान से पूरा देश भगवान का निवास स्थल सा बन जाएगा। एक सच्चे नागरिक होने का हमारा कर्तव्य है कि, न गंदगी फैलाएं न फैलाने दें। देश को अपने घर कि तरह चमकाएं ताकि आप भी गर्व से कह सकें की आप भारतवासी हैं।
FAQs: Frequently Asked Questions on Swachh Bharat Abhiyan (स्वच्छ भारत अभियान पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
उत्तर- महात्मा गांधी व नरेंद्र मोदी को।
उत्तर- घर-घर में शौचालय का निर्माण।
उत्तर- समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना, बड़े पैमाने पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालयों का निर्माण तथा ग्रामीण इलाकों में लोगों को शौचालयों के उपयोग और स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करना। साथ ही साथ सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सड़कों की सफाई पर भी जोर देना। स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य है।