प्रपोज़ डे
प्रपोज़ डे वैलेंटाईन सप्ताह का दूसरा दिन होता है जो किसी भी आयु वर्ग के दूसरे इच्छुक लोगों के साथ ही युगल, युवाओं के द्वारा हर वर्ष 8 फरवरी को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसे वर्षों से पश्चिमी संस्कृति में मनाया जा रहा है हालाँकि; मौजूदा समय में इसे देश के लगभग सभी क्षेत्रों में आधुनिक तरीकों से मनाने की शुरुआत हो चुकी है।
प्रपोज़ डे 2021
प्रपोज़ डे 2021 पूरे विश्व भर में 8 फरवरी, सोमवार को मनाया गया।
प्रपोज़ डे कैसे मनाया जाता है
इसका पूरा आनन्द लेने के लिये युवा और दूसरे आयु वर्ग के सभी लोग इस खास दिन को अपने तरीकों से मनाते हैं। इस दिन पर युवा अपने प्रेमी को प्रभावित करने के लिये बेहद अनोखे तरीके से अपने वैलेंटाईन के सामने प्यार का प्रस्ताव रखता है। हमेशा के लिये उनका प्रेमी बनने के साथ ही उनके प्रति प्यार और लगाव को व्यक्त करने के लिये अपने प्रेमी को प्रस्ताव देते हैं। कुछ लोग हाथों में लाल गुलाब का गुच्छा लिये घुटनों पर बैठकर अपने प्रेमी को प्रस्ताव देते हैं।
कुछ लोग प्रसिद्ध जगहों पर जाकर अलग तरीके से अपने प्यार का इज़हार करते हैं। कुछ लोग ग्रीटिंग कार्ड के साथ लाल गुलाब का गुलदस्ता भेजकर प्यार के संदेश और दिल से शुभकामनाएँ लिखकर अपने महबूब के घर बहुत सुबह ही भेज देते हैं। इस खास दिन में, सभी मोबाईल नेटवर्क और डाक सेवा बेहद व्यस्त हो जाता है क्योंकि सभी अपने प्यार को संदेश और उपहार भेजते हैं।
प्रपोज़ डे पर कथन
- “सच्चे प्यार का पथ कभी भी आराम से नहीं दौड़ता”- विलियम शेक्सपियर
- “कभी कभी ही सच्चा प्यार होता है, सच्ची दोस्ती विरले ही होती है”- जीन डी ला फोनटेन
- “सच्चे प्यार की कहानियों का कभी अंत नहीं होता”- रिचर्ड बैक
- “सच्चे प्यार के अलावा घर में सुरक्षा के वास्तविक एहसास को कुछ भी नहीं ला सकता”- बिली ग्राहम
- “सच्चा प्यार आपके पास नहीं आता ये आपके अंदर होना चाहिये”-जूलिया रॉबर्ट्स
- “सच्चा प्यार वहाँ नहीं मिल सकता जहाँ इसका अस्तित्व नहीं हो, ना ही इसको नकारा जा सकता है कहाँ होगा ये”- टॉरक्वेटो टासो
- “जीवन एक खेल है और सच्चा प्यार एक ईनाम है”- रुफुस वेनराईट
- “अच्छे और सच्चे प्यार का डर हमेशा जुड़ा रहता है”- फ्रांकोईस रिबेलेयस़
- “सच्चा प्यार निस्वार्थ होता है। इसे समर्पण करने के लिये तैयार किया जाता है”- साधु वासवानी
- “सच्चा प्यार सबकुछ सहता है, सबकुछ सुनिश्चित करता है और जीतता है”- दादा वासवानी