चुनाव एक लोकतान्त्रिक प्रक्रिया है जिसमे जनता अपने लिए एक नेता का चुनाव करती है जो उनके तरफ से खड़ा होगा और उनकी समस्याओं और परेशानियों को सुलझाएगा। चुनाव के साक्ष्य वैदिक काल से ही प्राप्त होते हैं। चुनाव को जनता की शक्ति कहते हैं। चुनावी प्रक्रिया हम आज के…
पितृपक्ष हिन्दू धार्मिक कैलेंडर की वो अवधि है जो भाद्रपद के महीने में 15 से 16 दिनों तक रहती है और इन दिनों हिन्दू धर्म के लोग कोई भी शुभ कार्य नहीं करते हैं। इन दिनों लोग अपने पितरों अर्थात मृत पिता या परिवारजनों की आत्मा की शांति के लिए…
हम सभी को रहने के लिए मकान या भवन की आवश्यकता होती है। हिन्दू धर्म में निर्माण के देवता के रूप में भगवान विश्वकर्मा को पूजा जाता है। भगवान ब्रह्मा समस्त ब्रह्मांड की रचना किए और उसके बाद भगवान विश्वकर्मा ने धरती पर जल, मिट्टी, भवन, आदि की रचना किए।…
बिल्लियां बहुत ही समझदार जानवर होती हैं और उनके रख-रखाव में भी बहुत दिक्कत नहीं होती है। कोई भी पालतू जानवर रखना हमारे लिए अच्छा होता है क्योंकि ये जानवर हमें अकेला महसूस नहीं होने देते हैं और हमसे प्यार करते हैं। बिल्ली को पालने पर हम इन्हें कहीं भी…
कहा जाता है कि सीखने का कोई उम्र नहीं होती है। हम आजीवन कुछ न कुछ सीखते रहते हैं और पुस्तक इसमें हमारे सबसे अच्छे मित्र होते हैं। दुनिया की किसी भी जानकारी को जानने के लिए किताबें सबसे अच्छे साधन होते हैं। विश्वकोश या Encyclopedia एक ऐसी पुस्तक है…
वनों को जीवन के लिए सबसे मुख्य बताया जाय तो यह गलत नहीं होगा क्योंकि धरती पर रहने वाले सभी जीवों के लिए पानी और ऑक्सीजन सबसे जरुरी है उसके बिना जीवन संभव नहीं है और वन ऑक्सीजन और वर्षा के लिए प्रमुख स्त्रोत हैं। सदाबहार वन, पर्णपाती वन, पर्वतीय…
ऐसे बहुत कम लोग ही होंगे जिन्हें पालतू जानवर पसंद नहीं होंगे। हम सभी की इच्छा होती है एक जानवर पाला जाय। पालतू जानवर में कुत्ता सबसे प्रसिद्ध जानवर है और इसका कारण यह भी है कि कुत्ता सबसे वफादार जानवर होता है और प्राचीनकाल में मानव ने सबसे पहला…
बच्चे हो या बड़े सभी को खेल पसंद आता है। हम सभी अपने बचपन से ही खेल खेलते हुए बड़े होते हैं और हमारे जीवन में भी खेल का बहुत ही महत्व होता है। खेल और शिक्षा का समन्वय बना कर चलने वाले लोग सफ़ल और स्वस्थ होते हैं। खेल…
कांवड़ यात्रा की प्रथा हमारे देश में कई सौ साल पहले से चली आ रही है। पुराणों और ग्रंथों में भी कांवड़ यात्रा से संबंधित कुछ तथ्य मिलते हैं। कांवड़ यात्रा में भक्त कंधे पर कांवड़ लेकर अपने इष्ट भगवान शंकर के प्रसिद्ध मंदिरों में जल चढ़ाने के लिए पैदल…
सावन के महीने को भगवान शिव की भक्ति का भी महीना कहते हैं। यह ग्रीष्म ऋतु के बाद आता है और लोगों को गर्मी के कहर से राहत देता है। सावन के महीने में बहुत बरसात होती है जिससे मौसम सुहावना हो जाता है। लोग ऐसे ही वक्त पर अपने…