किसी देश की समृद्धि वहां के लोगों में निहित होती है। भारत एक ऐसा देश है जहां कई धर्मों के लोग रहते हैं जिनकी भाषा, संस्कृति और रहन-सहन काफी अलग-अलग है। ऐसे में एक दुसरे से जुड़ने में काफी कठिनाई होती है जो हमारे देश में राष्ट्रीय एकता की भावना…
रक्त मानव शरीर की सभी क्रियाओं के लिए सबसे आवश्यक पदार्थ है। भारत में रोजाना हजारों लोगों को रक्त की आवश्यकता पड़ती है जिसमें लगभग 55% लोगों की ही आवश्यकता पूरी हो पाती है। विकसित देशों में लोग स्वयं ही समय-समय पर रक्तदान करते हैं जबकि अन्य देशों में इसकी…
किसी जानकार या अंजान व्यक्ति की जीवन रक्षा के लिए जीवित या मरने के बाद हम निःस्वार्थ सेवा के रूप में अंगदान करते हैं। अंगदान के प्रति सभी देशों में लोगों को जागरूक किया जाता है और प्रेरित किया जाता है। अंगदान के लिए सभी देशों के अपने-अपने कानून है।…
किसी देश की मातृभाषा उस देश की पहचान होती है और वहां के नागरिकों का सम्मान भी उनकी मातृभाषा से जुड़ा होता है। हमारा देश भारत विविधताओं वाला देश कहा जाता है और देश में लगभग 121 भाषाएँ बोली जाती है जिनमें से 22 भाषाओँ को संविधान में मान्यता प्राप्त…
भारतीय राजनीति के आधुनिक इतिहास में भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को आधुनिकता का जनक भी कहा जाता है। वह सदैव सद्भावना और शांति से जीने के मत में थें। पड़ोसी देशों साथ अपने शांतिपूर्ण नीतियों के लिए वे प्रसिद्ध थें। उन्होंने सदैव ही देश को आधुनिक बनाने का प्रयास किया…
जहां हम रहते हैं, जो पानी पीते हैं, जिस वायु में सांस लेते हैं तथा जो प्राकृतिक तत्व हम अपने चारों तरफ देखते हैं वे सभी पर्यावरण के अंतर्गत आते हैं। मानव और पर्यावरण के बीच बहुत घनिष्ट संबंध है। मनुष्य की मूलभूत जरूरते जैसे भोजन के लिए अनाज, पीने…
योग की उत्पत्ति भारत में सिन्धु-सरस्वती सभ्यता के दौरान मानी जाती है। योग की सबसे व्यवस्थित प्रस्तुति सर्वप्रथम मुनि पतंजलि द्वारा की गयी थी। प्राचीन समय में योग का तात्पर्य ध्यान से होता था जो लोगों को उनके ईश्वर का ज्ञान कराता था और उनकी आतंरिक शक्तियों को उजागर करता…
वर्तमान में वायु प्रदूषण केवल एक समस्या नहीं रह गयी है बल्कि मानव ने आधुनिकता और प्रगति के नशे में अंधा होकर, वायु प्रदूषण को एक तरह से वैश्विक महामारी का रूप दे दिया है। देश के विकास को असीमित तरीके से बढ़ाने के लिए हमने प्रकृति को अनदेखा कर…
धरती पर जल का 96% भाग समुद्र में खारे पानी के रूप में है और शेष 4% भाग का 2.4% भाग ग्लेशियर व हिमनद के रूप में जमा हुआ है। मनुष्य धरती के नीचे उपस्थित 1.6% भाग जल पर आश्रित होता है। परन्तु लगातार बढ़ते जल प्रदूषण से ताजे और…
वर्तमान में पूरे विश्व की सबसे बड़ी और गंभीर समस्या “प्रदूषण” है जिसका सबसे महत्वपूर्ण कारक ‘प्लास्टिक प्रदूषण’ है। प्लास्टिक कचरा बहुत ही धीमे अपघटित होने वाला कचरा होता है जिसके कारण जितना यह नष्ट नहीं होता उससे ज्यादा और उत्पन्न हो जाता है। शहरों में नालों में जमा प्लास्टिक…