माँ जीवन का वह रुप है, जिससे ईश्वर भी अभिभूत है। निचे दिए गए कविताओं में माँ के द्वारा किया हुआ त्याग बताया गया है। माँ का मतलब ही होता है ममता। सारी कविताओं के अपने अलग-अलग शीर्षक हैं। जिनमे से एक कविता का शीर्षक है “माँ अगर तुम न…
देश के लिए प्यार और कुछ करने का जज्बा बहुत कम लोगों में होती है। लेखक ने ये कविता मातृभूमि से प्यार और देश के नागरिकों के मन में देश के लिए कुछ करने की भावना जगाने के लिए लिखी है। लेखक ने पूरी कोशिश की है की इस कविता…
मुस्कुराता हुआ हर चेहरा और मासूमियत से भरी मुस्कान कौन नहीं चाहता। मुस्कान को तो सफलता की चाभी भी कहते हैं। इसे पता लगता है की मुस्कराहट भरी जीवन किसी भी व्यक्ति के लिए कितना जरुरी है। लेखक ने मुस्कान को अपना शीर्षक बनाकर क्या खूब कविता लिखा है जिसे…
हिन्दी हमारी राष्ट्रीय भाषा है और ऐसे कई अवसर आते है, जब हमें हिंदी के प्रति अपना सम्मान प्रकट करने के लिए अलग तरह के कविताओं की आवश्यकता होती है। हमारी हिंदी भाषा के उपर आधारित यह कविताएं, हिन्दी के महत्व और वर्तमान परिदृश्य में हिन्दी की स्थिति को वर्णित…
एनी बेसेंट से सम्बन्धित तथ्य: जन्मः 1 अक्टूबर 1847 को कलफम, लंदन, यूनाईटेड किंगडम मृत्युः 20 सितम्बर 1933, 85 साल की आयु में अड्यार, मद्रास प्रेसिडेन्सी, ब्रिटिश इण्डिया राष्ट्रीयताः ब्रिटिश अन्य नामः एनी वुड प्रसिद्धिः थियोसोफिस्ट, महिला अधिकारों की समर्थक, लेखक, वक्ता एवं भारत-प्रेमी महिला परिवारः पतिः पादरी फ्रैंक बेसेंट…
स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज के बारे में वर्तमान में बहुत प्रसिद्ध और धार्मिक व्यक्तित्व, स्वामी अड़गड़ानंद जी महाराज, ने “यथार्थ गीता” को साधारण शब्दों में व्याख्यान किया है, जिसका प्रसार बहुत समय पहले भगवान श्री कृष्ण ने किया था। यह माना जाता है कि स्वामी अड़गड़ानंद जी अपने गुरु जी…
महात्मा गाँधी एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही सत्य और अहिंसा का स्मरण होता है। एक ऐसा व्यक्तित्व जिन्होंने किसी दूसरे को सलाह देने से पहले उसका प्रयोग स्वंय पर किया। जिन्होंने बड़ी से बड़ी मुसीबत में भी अहिंसा का मार्ग नहीं छोङा। महात्मा गाँधी महान व्यक्तित्व के राजनैतिक नेता…
“वह भारत के युवाओं की वीरता के प्रतीक थे। एक कान्तिकारी, जिसने ब्रिटिश सरकार को चेतावनी देने के लिये विधानमंडल के सत्र के दौरान बम फेंक दिया। उन्हें मार दिया गया पर वह देशवासियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगें।” -ईश्वरचन्द्र भगत सिंह एक ऐसा नाम जिसे किसी भी परिचय…
चन्द्रशेखर आजाद एक ऐसे व्यक्तित्व का नाम जिसको सुनते ही ब्रिटिश अधिकारियों के रोंगेटे खड़े हो जाते। वे बिना किसी डर के अपने प्राण हथेली पर रखकर बेखौफ क्रान्तिकारी गतिविधियों को क्रियान्वित करते हुये घूमते थे। ऐसे भारत माँ के सपूत को कौन नहीं जानता। इतना महान व्यक्तित्व होते हुये…
सुखदेव थापर (15 मई 1907 – 23 मार्च 1931) भारत को आजद कराने के लिये अनेकों भारतीय देशभक्तों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। ऐसे ही देशभक्त शहीदों में से एक थे, सुखदेव थापर, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन भारत को अंग्रेजों की बेंड़ियों से मुक्त कराने के लिये समर्पित…