Kumar Gourav

बनारस हिन्द विश्व विद्यालय से हिंदी पत्रकारिता में परास्नातक कर चुके कुमार गौरव पिछले 3 वर्षों से भी ज्यादा समय से कई अलग अलग वेबसाइटों से जुड़कर हिंदी लेखन का कार्य करते आये हैं। इनका हर कार्य गहन अन्वेषण के साथ उभरकर सामने आता है जो पाठकों को काफी ज्यादा प्रभावित करता है। स्वास्थ्य से लेकर मनोरंजन, टेक्नोलोजी से लेकर जीवनशैली तक हर क्षेत्र में इनकी बेहतर पकड़ है। इनकी सबसे बड़ी खूबी इनकी सक्रियता है, जो इन्हें हमेशा शीर्ष पर रखती है।

अभ्यास मनुष्य को परिपूर्ण बनाता है: अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व और लघु कथाएं

अर्थ (Meaning) यह कहावत ‘अभ्यास मनुष्य को परिपूर्ण बनाता है’ दावा करता है कि जब आप किसी चीज के लिए प्रयास करते हैं तब आप उसपर महारथ हासिल कर लेते हैं। अभ्यास से, इसका मतलब है कि उस चीज को बार-बार करना। यह कुछ भी हो सकता है जैसे, पढ़ाई, खेल, या कोई भी अन्य …

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ज्ञान ही शक्ति है – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व और लघु कथाएं

अर्थ (Meaning) यह कहावत ‘ज्ञान ही शक्ति है’ प्रतीक है कि सच्ची शक्ति, जो मनुष्य प्राप्त कर सकता है वह ज्ञान है। शारीरिक ताकत की अपनी पाबंदियां है मगर ज्ञान वो है जो आपको बड़ी से बड़ी चीजें करने देता है जिसके बारे में अपने पहले कभी सोचा भी नहीं होगा। इस कहावत का आसान …

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खुद को हमेशा खुश और प्रेरित कैसे रखें

खुद को हमेशा खुश और प्रेरित कैसे रखें (How to Always Keep Yourself Happy and Motivated)

मौसम आते हैं और चले जाते हैं लेकिन हम वैसे ही रहते हैं, ठीक वैसे ही हालात आएंगे और चले जाएंगे लेकिन आपको भी वही रहना है। आप केवल एक ही बदलाव को महसूस करते हैं और वो है आतंरिक भावनाओं को। जिस तरह से हमें भोजन की आवश्यकता होती है ठीक उसी तरह से …

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अहंकार के नकारात्मक पहलू और अहंकार छोड़ने के आसान और असरदार तरीके

अहंकार के नकारात्मक पहलू और अहंकार छोड़ने के आसान और असरदार तरीके

चंद अक्षरों से मिलकर बना यह शब्द ‘अहंकार’ सिर्फ देखने में छोटा लगता है, होता बहुत ही विनाशकारी है। हम जो भी क्रिया या कुछ भी करते हैं वह ऊर्जा का एक रूप है और जैसा कि हम जानते हैं कि ऊर्जा नष्ट नहीं हो सकती है, इसे केवल एक रूप से दूसरे रूप में …

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कर्म ही पूजा है – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व और लघु कथाएं

अर्थ (Meaning) यह कहावत ‘कर्म ही पूजा है’ इश्वर और आपके कार्य में एक सम्बन्ध स्थापित करती है। चाहे आप किसी भी धर्म को मानते हों – हिन्दू, मुस्लिम, इसाई। आपके प्रतिदिन के कार्य, जो भी आप करते हैं, जो आप कहते हैं, आदि पूजा के योग्य हैं, अगर वे भगवान और मानवता के लिए …

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समय और ज्वार किसी का भी इन्तजार नहीं करते – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व और लघु कथाएं

अर्थ (Meaning) ‘समय और ज्वार किसी का भी इन्तजार नहीं करते’ यह एक काफी पुरानी कहावत है जिसका मतलब है कि समय और ज्वार दोनों ही हमारे नियंत्रण से बाहर हैं, यानी कि वो किसी भी तरह से ना तो रोके जा सकते है ना ही भटकाए जा सकते; इसलिए, हर एक को अपने कार्य …

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इलाज से बचाव बेहतर है – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व और लघु कथाएं

अर्थ (Meaning) ‘इलाज से बचाव बेहतर है’ इस कहावत का मतलब है कि यह बेहतर होगा कि इससे पहले की जो नहीं होना चाहिए उसे रोका जाये बजाय इसके कि उसके हो जाने के बाद आवश्यक उपाय किये जाएँ। यह हमें ऐसी स्थिति के आगमन की भविष्यवाणी करना सिखाता है जो अवांछित और अवांछनीय होगा, …

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भगवान उन्ही की मदद करता है जो खुद की मदद करते हैं – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व और लघु कथाएं

अर्थ (Meaning) ‘भगवान उन्ही की मदद करता है जो खुद की मदद करते हैं’ इस कहावत का अर्थ है कि कोई भी खुद ही अपनी मुश्किलों से बाहर निकल पाने में सक्षम होता है। यहां तक ​​कि भाग्य, किस्मत, या तथाकथित दैविक चीजें; सिर्फ उन लोगों को ही दिखाई देती हैं जो लगातार खुद को …

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जहाँ चाह वहाँ राह – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व और लघु कथाएं

अर्थ (Meaning) ‘जहाँ चाह, वहाँ राह’ यह कहावत कहती है कि यदि वास्तव में कोई कुछ हासिल करना चाहता है, तो वह इसे प्राप्त करने के तरीके खोजता रहेगा और अंत में सफल होकर ही रहेगा। अगर आप किसी चीज को पाने के लिए सख्ती से लगे हुए हैं और पूरी तरह से प्रयास करते …

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आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व और लघु कथाएं

अर्थ (Meaning) ‘आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है’ यह कहावत कहती है कि किसी भी आविष्कार के पीछे की मुख्य प्रेरक शक्ति होती है आवश्यकता। विज्ञान और प्रौद्योगिकी की विभिन्न अवधारणाओं को लागू करके जीवन को आसान बनाने के लिए मानव की बुनियादी आवश्यकता एक आविष्कार के पीछे का प्राथमिक बल है। उदाहरण के लिए, …

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