निबंध

मेरा प्रिय जानवर पर निबंध (My Favourite Animal Essay in Hindi)

प्रिय जानवर वे होते हैं, जिन्हें हम बहुत ज्यादा पसंद करते हैं। वे ऐसे होते हैं, जिनके गतिविधियों की उपस्थिति और विशेषताएं हमें काफी ज्यादा आकर्षित करती हैं। हमें उनके बारे में सोचना और बातें करना काफी पसंद है। मुझे लगता है कि लगभग हर किसी की अपनी पसंद होती है। हम में से प्रत्येक को अपने प्रिय जानवरों को पालतू बनाने की इच्छा होती है ताकि वे हमारे करीब रहें। आज हम आपके लिए मेरे प्रिय जानवर पर अलग-अलग शब्द सीमा में निबंध लेकर आये हैं जो आपको अपने स्कूल असाइनमेंट को पूरा करने में मदद करेंगे।

मेरा प्रिय जानवर पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on My Favourite Animal in Hindi, Mera Priya Janvar par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 शब्द) – मेरा प्रिय जानवर: कुत्ता

परिचय

मेरा प्रिय जानवर, जैसे ही यह विषय सामने आता है, हमारे पसंदीदा जानवर की एक झलक हमारे दिमाग में आ जाती है। मेरा पसंदीदा जानवर एक कुत्ता है। यूँ तो कुत्ते बहुत ही समझदार और वफादार जानवर होते हैं और इसके अलावा वे काफी मजाकिया भी होते हैं। पालतू जानवरों के रूप में ज्यादातर हम कुत्तों को ही देखते हैं और वह भी अलग-अलग नस्ल और किस्मों के। मुझे कुत्तों के लिए बड़ा जुनून और प्यार है। मुझे वे सबसे वफादार और प्यारे प्राणी लगते हैं।

कुत्तों के कुछ लक्षण

चूँकि जानवरों में मैं एक कुत्ते को सबसे ज्यादा पसंद करता हूँ, उसके अनुसार, मैं यहाँ एक कुत्ते की कुछ विशेषताओं की सूची आपके लिए प्रदान कर रहा हूँ:

  • कुत्तों का रवैया काफी दोस्ताना होता है। आमतौर पर, वे अपनी पूंछ को तब हिलाते हैं जब वे खुश होते हैं लेकिन हर वक़्त नहीं।
  • उनमें भी ईर्ष्या की भावना होती है। जब मेरी बहन मेरे करीब आती है, तो मेरा पालतू कुत्ता भौंकने लगता है।
  • वे आसानी से खतरे को भांप सकते हैं और इधर-उधर दौड़कर या भूंककर उसके बारे में बताने या समझाने की कोशिश करते हैं।
  • जब उन्हें अकेला छोड़ दिया जाता है तो वे आम तौर पर तेज आवाज करते हैं और गुस्सा भी हो जाते हैं।
  • उनका सबसे आकर्षक चरित्र ये हैं कि वे बहुत सच्चे और वफादार होते हैं। वास्तव में उन्हें किसी न किसी की उपस्थिति की आवश्यकता होती है; अक्सर आपने देखा होगा कि जब आप घर आते हैं तो वे आपको चाटते हैं और अपना प्यार जाहिर करते हैं।
  • वे आसानी से यह जान सकते हैं कि हम दुखी महसूस कर रहे हैं, और यहां तक ​​कि वे कुछ ऐसा करने की कोशिश करते हैं ताकि हमारा मिजाज अच्छा हो जाए।

निष्कर्ष

मेरा प्रिय जानवर एक कुत्ता है और इसे आसानी से हमारे पालतू जानवरों के रूप में रखा जा सकता है। वे हमारे लिए बेहद समझदार होता हैं और इसलिए हमें भी उनकी देखभाल करनी चाहिए।

निबंध 2 (400 शब्द) – मेरा प्रिय जानवर एक कुत्ता है

परिचय

मेरा प्रिय जानवर एक कुत्ता है, ऐसा देखा जाता है कि अधिकांश लोगों को कुत्तों से प्यार है और इसलिए हम ज्यादातर घरों में पालतू जानवरों के रूप में कुत्तों को देख सकते हैं। कुत्तों ने मनुष्य के प्रति अपने वफादार रवैये को साबित किया है। यह प्राचीन काल से ही देखा जा सकता है। यहां तक ​​कि प्राचीन समय में भी इन्सान कुत्तों को पालते थे। गाँवों में, हम कुत्तों को वहाँ के लोगों के साथ एक परिवार की तरह रहते हुए देख सकते हैं।

कुत्ता के बारे में

चार पैर, दो आंखें, दो कान, एक नाक और एक पूंछ वाले जीव को हम कुत्ते के रूप में रूपांकित करते हैं। वे विभिन्न आकार और प्रकार के होते हैं; उनके पास मांस और सामान्य भोजन दोनों को खाने वाले दांत होते हैं। कुत्तों की कई किस्में पायी जाती हैं जैसे डाबरमैंन, जर्मन शेफर्ड, लैब्राडोर, गोल्डन रिट्रीवर, आदि। कुछ नस्लों में अच्छी बुद्धि और स्मार्टनेस होती है। इनका उपयोग हमारी अपराध शाखा द्वारा अपराधियों और उनकी स्थितियों का पता लगाने के लिए किया जाता है। आमतौर पर कुत्ते विभिन्न रंगों के होते हैं, भूरे, काले, चित्तीदार, सुनहरे, आदि।

कुत्तों के बारे में एक आकर्षक व्यवहार जो मैंने नोटिस किया है कि वे छोटे बच्चों को कभी नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, बजाय इसके, वे उन्हें बिना किसी शर्त के खूब सारा प्यार भी करते हैं। यहां तक ​​कि उन्हें किसी भी तरह के नुकसान से बचाते भी हैं। कुत्ते हमारे अच्छे दोस्त होते हैं और हमारे अकेलेपन को दूर करने में मददगार होते हैं। वे हमारे दुःख और दर्द को समझते हैं। वे हमारे सर्वोत्तम रक्षक और दोस्त हैं। उनमे सीखने का अच्छा गुण होता हैं, क्योंकि वे प्रशिक्षित होने पर बहुत कुछ सीखते हैं और उसी तरह से कार्य करते हैं।

कुत्ता का भोजन

कुत्ते, आमतौर पर रोटी, मछली, मांस, हड्डियां और विभिन्न अंगों को खाते हैं। हालाँकि कुत्ते दूध, सब्जियां और चावल भी खा सकते हैं। अगर उन्हें पालतू बनाया जाए तो उन्हें उचित आहार दिया जाना चाहिए।

एक कुत्ते की वफादार प्रकृति

कुत्ते को बहुत ही आकर्षक और वफादार जानवर कहा जाता है। उनके पास अपने मालिक के लिए प्यार और वफादारी होती है। मैं उसी का एक उदाहरण यहाँ पर पेश करना चाहूंगा। मेरे पड़ोस में, एक पालतू कुत्ता था, जिसका प्यार से बुलाने वाला नाम जूली था, वो एक पोमेरेनियन नस्ल का था। 6 महीने पहले मेरे पड़ोसी के घर में एक डकैती हुई थी और कुत्ते को यह समझ में आ गया था, परिणामस्वरूप, वह परिवार के सदस्यों को जागरूक करने के लिए भौंकने लगा, उसने अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।

लेकिन दुर्भाग्य से बुरी तरह घायल हो गया। हालाँकि वह बहुत ही बहुदर था और घायल होने के बाद भी, अपनी उम्मीद नहीं खोई और ऐसा बताया जाता है कि वह लुटेरों के घर छोड़ने तक लड़ा और अगले दिन अखबार में उसके लिए खबर तक निकल गयी थी। जिस तरह से एक कुत्ते ने बहुदारी का परिचय दिया था, एक इन्सान भी किसी की मदद के लिए खड़ा नहीं हो सकता था।

निष्कर्ष

मुझे कुत्तों से काफी ज्यादा प्यार है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मुझे केवल पालतू कुत्तों से ही प्यार है। मेरे पास सड़क पर घुमने वाले कुत्तों के लिए खूब सारा प्यार और देखभाल है। हमें अपने आस-पास के जानवरों की देखभाल करनी चाहिए क्योंकि वे अपनी भूख या दर्द को बयां और व्यक्त नहीं कर सकते हैं। इसलिए, हमें अपने आस-पास के जानवरों के प्रति प्यार और स्नेह के साथ-साथ जिम्मेदारी भी निभानी चाहिए क्योंकि वे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

निबंध 3 (600 शब्द) – मेरा पसंदीदा जानवर: हाथी

परिचय

मेरा पसंदीदा जानवर एक हाथी है। मूल रूप से मैं हाथियों का बहुत ही शौकीन हूं। वे मुझे इस धरती के सबसे अनुकूल प्राणी के रूप में दिखाई देते हैं। जैसे ही हाथी की तस्वीर मेरे दिमाग में आती है, मुझे ऐसा लगने लगता है जैसे कोई दिव्य प्राणी जो ढेर सारी आकर्षक प्राकृतिक खूबियों के साथ मेरे सामने आ गया हो। वे बहुत चंचल होते हैं, हाथी को अक्सर ही पानी में एक दुसरे पर फौवारा मारकर आनंद लेते हुए देखा जाता है, विशेष रूप से बच्चों में। मुझे पृथ्वी पर सबसे आकर्षक जानवर हाथी लगता है और साथ ही मैं उनकी संख्या में भारी कमी के लिए अपना डर ​​भी व्यक्त करता हूं।

हाथियों के बारे में – एक अवलोकन

  • हाथी धरती का सबसे बड़ा स्तनधारी जानवर है जिसकी आयु 70 वर्ष तक की होती है।
  • हाथी की दो आंखें, दो लंबे-लबे कान, विशाल शरीर, लंबी सूंड और छोटी सी पूंछ होती है।
  • हाथियों को उनके भारी भरकम शरीर होने के कारण खाने के लिए बड़ी मात्रा में भोजन की आवश्यकता होती है।
  • हाथी पृथ्वी पर सामाजिक जानवरों में से एक हैं। वे कई सौ वर्षों से मनुष्य के साथ हैं।
  • वे दु:ख, खुशी और अन्य भावनाओं को समझने के साथ-साथ उसे जाहिर करने में भी अच्छे हैं।
  • हाथी झुंडों में चलते हैं, उनके झुंड को समूह का एक वरिष्ठ और अनुभवी सदस्य निर्देशित करता हैं।
  • वे अपने युवाओं की काफी ज्यादा देखभाल और उनसे स्नेह करते है; हाथी के बच्चे बहुत ही प्यारे और मनमोहक होते हैं।
  • हाथी अपने परिवार के सभी सदस्यों को मिलाकर एक परिवार के रूप में अपना जीवन व्यतीत करते हैं। उनके समूह में दादी, बहन और माँ हाथी शामिल होती हैं। इसके अलावा, वे मरने पर अपने परिवार के सदस्यों को दफनाते भी हैं।
  • हाथी अपने परिवार के सदस्य की देखभाल जीवित रहने के दौरान और मरने के बाद भी उसकी रक्षा करते हैं। वे अपने परिवार या साथियों की मृत्यु पर शोक मनाते हैं और आंसू भी बहाते हैं।
  • किसी भी शिकारी द्वारा उन पर किसी भी तरह का हमला आसान नहीं है।
  • वे शान के साथ-साथ आनंद के भी अधीन होते हैं; हाथियों पर आये दिन कई तरह के कार्यक्रम, प्रचार या अन्य बनाये जाते हैं।

विलुप्त होने की कगार पर हाथी

कई कारकों के वजह से हाथी लगातार अपनी संख्या में भारी कमी का सामना कर रहे हैं :

  • अवैध शिकार की गतिविधियाँ हाथियों के विलुप्तिकरण के प्रमुख कारणों में से एक हैं। एक हाथी के दांत की बाजार में काफी ऊँची कीमत होती है और इसका उपयोग कई कीमती वस्तुओं को बनाने में किया जाता है। अपने दांत की कीमत अधिकतर हाथियों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है। हाथी दांत को बाहर निकालने की प्रक्रिया वाकई में बहुत ही दुःसाध्य है। इसके अलावा हाथियों के मांस और त्वचा के लिए भी उनका शिकार किया जाता है।
  • मानव बस्तियों में विस्तार के परिणामस्वरूप हाथियों की जीवित प्रजातियों की संख्या लगातार कम होते जा रही है, उनके आश्रय और भोजन की सुविधाएं भी नष्ट हो रही हैं। उन्हें अधिक भोजन के साथ-साथ बड़े स्थान की आवश्यकता होती है, इस प्रकार यदि यह उपलब्ध न हो तो यह इन हाथियों को विलुप्त होने की ओर ले जाएगा।
  • हाथी भी विभिन्न संक्रमणों और बीमारी से प्रभावित होते हैं, इस प्रकार अक्सर उनकी समय से पहले ही मृत्यु हो जाती है।
  • हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, हाथियों को भगवान गणेश की निशानी माना जाता है और वे पूजा के अधीन होते हैं, वहीँ दूसरी ओर मांस, त्वचा और उसके दांत को प्राप्त करने के लिए वे मार दिए जाते हैं।

केरल की घटना – हाथी की मौत से संबंधित

मनुष्य की अमानवीय व्यवहार का खुलासा 5 जून, 2020 को तब हुआ था, जब हमें यह सुनने में आया कि विस्फोटक से भरे अनानास के सेवन के कारण एक हाथी की मौत हो गयी। सबसे ज्यादा दुखद तो यह था कि वह हाथी गर्भवती थी। यह कुछ खाने की तलाश में गाँव आई थी और गाँव के ही कुछ लोगों द्वारा उसे अनानास खिलाया गया। जानवर को मनुष्यों पर विश्वास था, इसलिए उसने वह फल खाया, लेकिन अनानास विस्फोटक से भरा और पेट में जाते ही फट गया जिसकी वजह से हाथी की पूरी आंत और पाचन तंत्र जल गया। वह दु:ख और दर्द से मर गई; वह इस बात से और भी ज्यादा पीड़ित हुई होगी कि वह अपने अजन्मे बच्चे को भी नहीं बचा पाई।

ऐसी घटिया हरकत को सुनकर मैं हैरान रह गया और रोने लगा। मेरे दिमाग में जो विचार आया, वह यह था कि कोई क्रूरता के इस स्तर तक कैसे पहुंच सकता है। इसे लेकर काफी खबरें भी आईं थीं। जानवर ऐसे प्राणी हैं जो बोल नहीं सकते हैं और अगर वे हम पर भरोसा करते हैं, तो हमें अपने प्यार और वफादारी को साबित करना चाहिए न कि उन्हें पीड़ित करना चाहिए।

निष्कर्ष

हाथी वे प्राणी हैं जो सबसे समझदार, दयालु, संवेदनशील और देखभाल करने वाले होते हैं। वे प्राचीन समय से ही मानव जाति के साथ रहते आ रहे हैं। लेकिन विकास की दौड़ हमारे कई जंगली जानवरों को समाप्त करते जा रही है। हाथी भी बहुत जोखिम में हैं। उन्हें सरकार और सार्वजनिक प्रयास दोनों द्वारा संरक्षित किया जाना चाहिए।

Kumar Gourav

बनारस हिन्द विश्व विद्यालय से हिंदी पत्रकारिता में परास्नातक कर चुके कुमार गौरव पिछले 3 वर्षों से भी ज्यादा समय से कई अलग अलग वेबसाइटों से जुड़कर हिंदी लेखन का कार्य करते आये हैं। इनका हर कार्य गहन अन्वेषण के साथ उभरकर सामने आता है जो पाठकों को काफी ज्यादा प्रभावित करता है। स्वास्थ्य से लेकर मनोरंजन, टेक्नोलोजी से लेकर जीवनशैली तक हर क्षेत्र में इनकी बेहतर पकड़ है। इनकी सबसे बड़ी खूबी इनकी सक्रियता है, जो इन्हें हमेशा शीर्ष पर रखती है।

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Kumar Gourav

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