क्या आप बिजली, टेलीविजन, पंखे, मोबाइल, फ्रिज इत्यादि के बिना जीवन की कल्पना कर सकते है? बिना किसी परिवहन के साधन के मीलों की यात्रा करना पहले आसान नहीं हुआ करता था। लोग अपने करीबियों, रिश्तेदारों, दोस्तों या अन्य किसी के साथ बात नहीं कर पाते थे, क्योंकि उन दिनों पत्र भेजने के आलावा हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं था। यह केवल विज्ञान के कारण ही संभव हो सका है, जिसने विज्ञान के विशाल प्रौद्योगिकियों के साथ हमारे जीवन को बहुत ही सरल बना दिया है। विज्ञान ने जहां तकनीकियों और प्रौद्योगिकियों से हमारे जीवन को सरल और सुगम बनाया है वही विज्ञान मानव जीवन के विनाश का कारण भी है।
विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर लघु व दीर्घ निबंध (Short and Long Essay on Science is a Boon or Curse in Hindi, Vigyan Vardan ya Abhishap par Nibandh Hindi mein)
मैंने इस निबंध के माध्यम से विज्ञान के सभी पहलुओं पर चर्चा करने की कोशिश की है जो ये साबित करेगा की विज्ञान अगर वरदान है तो अभिशाप भी है। यह निबंध सभी छात्रों को निबंध लिखने, प्रोजेक्ट बनाने इत्यादि में अवश्य सहायक सिद्ध होगी।
विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर लघु निबंध – 400 शब्द
परिचय
विज्ञान एक ऐसा विषय है जिसका सीमा तथा क्षेत्र दिनो-दिन बढ़ता जा रहा है। प्राकृतिक तथा किसी वस्तु या प्राणी का क्रमवद्ध ज्ञान, विज्ञान कहलाता है। हम सभी जानते हैं, पानी का उबलना एक प्राकृतिक घटना है, पर पानी सदैव 100 डिग्री पर उबलता है तथा 0 डिग्री पर जमता है यह विज्ञान है।
विज्ञान के अविष्कार जो पृथ्वी के लिए वरदान हैं तो अभिशाप भी हैं
- रॉकेट बम मिसाइल – विज्ञान की देन रॉकेट बम मिसाइल तथा परमाणु शक्ति हैं, जो हमारे मुसीबत में तो काम आते हैं पर इनकी बढ़ती संख्या विश्व के लिए संकट है। आतंकवाद इसके माध्यम से ससक्त होता है, साथ ही परमाणु शक्ति भी विश्व भर में खतरे का संकेत हैं। यह अत्यधिक खतरनाक शक्तियां है। 6 अगस्त 1945 की सुबह अमेरीकी वायु सेना ने जापान के शहर हिरोशिमा पर “लिटिल बॉय” परमाणु बम गिराया तथा इसके तीन दिन बाद नागासाकी पर “फैट मैन” परमाणु बम गिराया। जिसका दुष्परिणाम आज भी वहां देखा जा सकता है। परमाणु शक्ति से विश्व परिचित है इसलिए यह प्रावधान है कि, पाँच देशों के अनुमति के बिना, यह किसी भी देश द्वारा उपयोग में नहीं लाया जा सकता है।
- बड़े बड़े कारखाने – विज्ञान के मदद से, विश्व विकास के उच्च आयाम को प्राप्त कर चुँका है पर विश्व में विज्ञान के माध्यम से प्रदुषण भी उतनी ही तेजी से बढ़ रहा है। कारखानों से निकता गैस, हवा को दुषित करता है। जीवाश्म ईंधन के निरंतर जलने से यह पर्यावरण पर अपना अनुचित प्रभाव छोड़ रहा है। जिसके वजह से ठण्ड के समय में दक्षिण एशिया पर इसका प्रभाव हम साफ तौर पर देख सकते हैं, जहां अनुमानित समय से कई अधिक समय तक, दूर-दूर तक धुंध फैला होता है।
- यंत्र व उपकरण – हमारा काम आसान करने के लिए विज्ञान ने उपहार के रूप में हमें, यंत्र व उपकरण तो दिया है। जिसके वजह से यह कई लोगों का काम अकेला और कम समय में कर सकता है। पर इसके परिणाम स्वरूप बड़ी-बड़ी उद्योग कम्पनीयां 100 लोगों के स्थान पर एक मशीन का ही उपयोग कर रही हैं। जिससे रोजगार बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है और बेरोजगारी बढ़ी है।
- कार, फ्रिज आदि – विज्ञान के सराहनीय अविष्कार जो हमारे दैनिक जीवन को सरल बनाते हैं जैसे कार, मोटर सायकिल, फ्रिज आदि इनसें निकलने वाले हानिकारक गैस हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर डालते हैं, तथा यह वातावरण के लिए भी श्राप हैं।
निष्कर्ष
विज्ञान के चमत्कार से हमें अनेकों लाभ हैं। यह हमारे जीवन को आसान बनाने के साथ-साथ आरामदायक भी बनाता है। पर जिस प्रकार हर सिक्के के दो पहलु होते हैं, उसी प्रकार विज्ञान के भी लाभ तथा हानि दोनों ही व्यक्ति और पर्यावरण को प्राभवित करते हैं।
विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर दीर्घ निबंध – 1450 शब्द
परिचय
प्राचीन समय में मनुष्य एक खानाबदोश की तरह जीवन व्यतीत करता था, जब की आज वो एक सभ्य नागरिक में परिवर्तित हो गया है। यह सब केवल विज्ञान के उपयोग से ही संभव हो सका हैं। हमारे जीवन की हर घटना में विज्ञान शामिल है। हमारे दिनचर्या के सभी कार्यों से लेकर उपग्रह और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के अविष्कार तक विज्ञान की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। अविष्कारों के विकासों से पहले का जीवन बहुत ही कठिन था। विकास में हुए कमी के कारण जीवन के हर काम में समय लगता था। बुद्धिमानों के दिमाग ने इन आवश्यकताओं को सुविधाओं में बदल दिया और इसे ही हम विज्ञान के नाम से जानते है।
विज्ञान एक अविरल जिज्ञासा है
हर दिन हमारे दिमाग में अलग-अलग सोच और विचार आते हैं। इन विचारों को अविष्कार में बदलने के लिए केवल एक चिंगारी की आवश्यकता होती है। विज्ञान का मूल अर्थ है जिज्ञासा का पालन करना। यह हमारे आस-पास घट रही विभिन्न घटनाओं को जानने के बारे में होती है। हमारे विचारों को खोज में परिवर्तित करने को ही विज्ञान कहा जाता है, जो हमारे विचारों और जिज्ञासाओं का उत्तर देती है।
जिज्ञासा और नई खोज हमें एक नई तकनीकी विकास की ओर ले जाती हैं, जिन्होंने हमारे जीवन को और भी आसान और सुविधाजनक बना दिया है। विज्ञान ने हमारे जीवन की कई बड़ी जटिलताओं को आसान बना दिया है। विज्ञान प्रकृति और उनमें होने वाली घटनाओं, मौसम में विविधता और जलवायु परिस्थितियों और अंतरिक्ष में होने वाली गतिविधियां, इत्यादि सभी में मौजूद है। हमारे मन में उठाने वाले प्रत्येक सवालों का जबाब केवल विज्ञान के द्वारा ही संभव हो सकता है।
कंप्यूटर – विज्ञान का एक महान योगदान
इस वैज्ञानिक युग को कंप्यूटर युग के रूप में भी जाना जाता है, और कंप्यूटर विज्ञान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। चिकित्सा, कृषि, औद्योगिक क्षेत्र, शिक्षण, अनुसंधान, और विकास के हर क्षेत्र ने कंप्यूटर बहुत ही आवश्यक बन गया हैं। हम कंप्यूटर का उपयोग करके हम सभी संदेहों को दूर कर सकते हैं। यह केवल इस उपकरण के उपयोग के कारण ही संभव हो सका है, जिसने दुनिया को संचार के माध्यम से जोड़ा है और दुनिया में हो रही सभी घटनाओं की जानकारी को हम तक पहुंचाया है।
मोबाइल फोन और स्मार्ट कंप्यूटर को आजकल हर किसी के हाथों में देखा जा सकता है। तकनीकी प्रगति में विकास करके मोबाइल फोन का निर्माण किया गया है। ये बहुत ही उपयोगी हैं और इन्हें आसानी से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। इसके द्वारा किए गए अधिकतर कार्य जैसे – ब्राउज़िंग, मेल, सन्देश भेजना जैसे कई कार्यों को बहुत ही आसानी के साथ सेकंडों में किया जा सकता हैं। यह विज्ञान और विज्ञान के दृष्टिकोण के बिना संभव नहीं हो सकता है।
प्रौद्योगिकी के रूप में विज्ञान के लाभ
1. हमारे जीवन स्तर में सुधार
विज्ञान ने हमारे जीवन को एक सामान्य स्तर से एक शानदार और अच्छे स्तर तक ले आया है। विज्ञान के द्वारा ही हमें बहुत सारी सुविधाएं मिली हैं। पहले के दिनों में परिवहन के साधन सिमित थे और आज हमारे यहां हर घरों में कार या बाइक अवश्य ही होती है। टी.वी., होम थियेटर, लैपटॉप, फ्रिज, वासिंग-मशीन इत्यादि के आने से हमारे जीवन स्तर में बहुत बदलाव आये है।
2. हमारे दैनिक दिनचर्या में शामिल
पंखा, गीजर, फ्रिज, वाशिंग मशीन, टेलीविजन, गैस स्टोव इत्यादि का उपयोग मनुष्य अपने दैनिक जीवन में करता है, जो विज्ञान की अविश्वसनीय खोज के रूप में हैं। आज के दिनों में इन सभी तकनीकियों के बिना हम अपने जीवन की कल्पना तक नहीं कर सकते है। ये सभी चीजें हमारे दैनिक जीवन की जरुरत बन गयी हैं।
3. चिकित्सा विज्ञान और उपचार में
विभिन्न प्रकार के कई रोगों के लिए इलाज और दवाएं बाजारों में उपलब्ध हैं। मानव शरीर के विभिन्न रोगों के निदान के लिए विभिन्न मशीनें विकसित की गयी हैं। जिन रोगों का पहले निदान नहीं किया जा सकता था आज उन रोगों के निदान करना बहुत ही आसान हो गया है। विज्ञान ने ऐसी चीजों को संभव कर दिया हैं, जो एक समय में असंभव मानी जाती थी। विज्ञान के द्वारा ही कई प्रकार की पुरानी बीमारियों का इलाज संभव हो सका हैं।
4. सुगम संचार
आज लोग आसानी के साथ संदेश और मेल इत्यादि भेज सकते हैं। विज्ञान के द्वारा तकनीक कुछ इस कदर बढ़ी है कि एक देश में बैठा व्यक्ति दूसरे देशों के लोगों के साथ आसानी से संपर्क कर सकता है। यह व्यापार और दूसरे देशों से व्यवसाय करने के लिए सम्पर्क और संचार का एक सबसे बेहतर माध्यम बन चूका है। इसके द्वारा ही हमारे राष्ट्र की अर्थ व्यवस्था को बढ़ावा मिलता है।
5. सीखने और सिखाने में सहायक
इस वैज्ञानिक युग में अनेको परिवर्तन हुए हैं। बोर्ड, चाक और डस्टर की जगह इसने स्मार्ट क्लास का रूप ले लिया हैं। उन छात्रों के लिए शिक्षा आसान हो गयी हैं, जो दूर क्षेत्रों में रहते हैं और कक्षाओं में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाते हैं।
प्रौद्योगिकी के रुप में विज्ञान के नुकसान
1. पर्यावरणीय दुर्दशा या नुकसान
औद्योगिक क्षेत्रों और वाहनों से उत्पन्न धुएं और धूल, NOx, SOx जैसे गैसीय प्रदूषक, कारखानों से निकलने वाला अपशिष्ट हमारे पर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ा खतरा उत्पन्न कर रहे हैं। ये सभी हमारी हवा, पानी और गुणवत्ता को दिन-ओ-दिन खराब कर रही हैं। ये विभिन्न प्रकार के विकसित अविष्कार विज्ञान की देन हैं और अगर ये सभी हमारे पर्यावरण को नुकसान पंहुचा रहे हैं तो यह पूरी तरह से एक अभिशाप के रूप में हैं।
2. जीवन को समाप्त कर देने वाले हथियारों के निर्माण
विज्ञान और उसकी प्रौद्योगिकियों का नकारात्मक रूप से उपयोग कर जैविक हथियारों का निर्माण, पूरी दुनिया के विनास का कारण बन सकती है। प्रौद्योगिकियों का उपयोग आधुनिक हथियारों को बनाने के लिए किया जा सकता है, जो मानव के विनाश का कारण बन सकती है। यह मानव के अस्तित्व को धरती पर से पूरी तरह खत्म कर सकता हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बम के विनासकारी प्रभाव आज तक देखे जा सकते हैं। यह भी विज्ञान की ही एक देन थी।
विज्ञान वरदान है या अभिशाप?
विज्ञान मनुष्यों के लिए एक वरदान के रूप में है। विज्ञान ने कई असंभव चीजों को संभव बना दिया है। इसके द्वारा ही आज विभिन्न तकनीकियों, अंतरिक्ष यान, उपग्रह और परमाणु अस्त्रों का विकास हुआ हैं। इसी तकनीक और विज्ञान ने मानव को चाँद और मंगल तक पंहुचा दिया है। पाषाण युग में जो मनुष्य थे, विज्ञान ने आज उन्हें आधुनिक मनुष्यों में बदल दिया है। देश को किसी भी प्रकार के खतरे से बचाने और रक्षा की नई प्रणाली और प्रौद्योगिकी का निर्माण विज्ञान के द्वारा ही संभव हो सका हैं।
विज्ञान ने वभिन्न प्रकार के विकासों और अविष्कारों को जन्म दिया है, जो मानव जाति के लिए बहुत ही उपयोगी है। लेकिन दूसरी तरफ इसके कई अभिशाप भी है, क्योंकि यह देखा गया है कि विज्ञान ने मनुष्यों को बहुत ही आलसी और स्वास्थ्य की कई समस्याओं से ग्रसित कर दिया है। मनुष्य अपने लाभ और जीवन को सरल बनाने के लिए विज्ञान का उपयोग करता है और उसी विज्ञान से खतरनाक हथियार और विनाशकारी बम बनाकर दूसरों का विनाश करता है, जो की कई निर्दोष लोगों की मृत्यु का कारण बनती है। विज्ञान के द्वारा एक ही समय में हम पर्यावरण की देखभाल और मानव जाति के लिए विज्ञान का उपयोग अच्छे तरीके से कर सकते है। विज्ञान के सही तरीके से उपयोग से हमें अच्छे परिणाम मिलेंगे, जबकि नकारात्मक तरीके से उपयोग प्रकृति और मानव जीवन के अंत और विनाशकारी हो सकता है।
निष्कर्ष
विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग मानव जाति के विकास में सहायता के रूप में किया जाना चाहिए। इससे मानव जाती के विकास में मदद मिलेगी। विज्ञान को हमारे ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए। यदि विज्ञान मानव जाति पर हावी हुआ तो इसके विनाशकारी परिणाम देखने को मिलेंगे। इससे प्रकृति के साथ-साथ मानव जाती के ऊपर नकारात्मक प्रभाव और उनका विनाश तक देखने को मिल सकते है। मनुष्य स्वार्थी हो गया है और केवल अपने हित की सोचता है, जो की पर्यावरण की खराब दुर्दशा का कारण है।
FAQs: Frequently Asked Questions on Science is a Boon or Curse in Hindi
उत्तर – आदिमानव से आधुनिक मानव बनने और वर्तमान में मानव को इतना विकसित बनाने में विज्ञान की ही देन है।
उत्तर – यातायात, चिकित्सा क्षेत्र, बिजली, दूरसंचार, मनोरंजन, मोबाइल और कंप्यूटर आदि कई वैज्ञानिक आविष्कार हमारे लिए वरदान हैं।
उत्तर – विज्ञान के गलत इस्तेमाल से बनाए गए परमाणु बम एवं अन्य खतरनाक हथियार मानवजाति का अंत कर सकते है।
उत्तर – विज्ञान ने मानवजाति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई परन्तु इसके दुरुपयोग ने पर्यावरण पर बुरा असर डाला है।