हम सभी अपने आस-पास विभिन्न प्रकार की वस्तुओं और कई तरह के लोगों से घिरे हुए होते हैं, चाहें वो प्रकृति हो, जीव-जन्तु हो, या अन्य कोई व्यक्ति या वास्तु हो। हम सभी इनमे से किसी न किसी से अवश्य प्रभावित होते हैं। हम जिस भी वस्तु या मानव से प्रभावित होते हैं, यही हमारे आने वाले जीवन की प्रेरणा का श्रोत होते है। आप सभी अपने जीवन में किसी व्यक्ति विशेष या वस्तु या जगह पर रहे होंगे, जो सदैव ही आपको प्रेरित करता होगा।
मैंने इस निबंध में खुद के अनुभव को आपके साथ साझा किया है। मैं आशा करता हूँ की यह आपके जीवन में उपयोगी साबित होगा और विद्यार्थियों को इससे निबंध, प्रतियोगी परीक्षा, प्रोजेक्ट और असाइनमेंट लिखने में काफी मदद मिलेगी।
परिचय
हर व्यक्ति अपने जीवन में अवश्य ही किसी न किसी से प्रेरित होता है। कोई किसी व्यक्ति से तो कोई किसी जीव या जंतु से प्रेरित होता है। हम जीवन में कई चीजों या कई व्यक्ति से प्रेरित होते है पर उनमे एक विशेष होता है, जो हमे बहुत ही प्रेरित करता है। किसी को महात्मा गाँधी तो किसी को मदर टेरेसा तो कोई किसी आम आदमी से भी प्रेरित हो जाता है। इसी व्यक्ति की प्रेरणा आपके जीवन की असफलताओं या बुरे समय में लड़ने के लिए प्रेरित करता है और जीवन को सुगम बनाने में हमारी मदद करता है।
प्रेरणा क्या है?
प्रेरणा हमारे आत्मा की वह शक्ति है जो हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता हैं। प्रेरणा दो प्रकार की होती हैं, 1- आंतरिक प्रेरणा, 2- वाह्य प्रेरणा। इन्हीं प्रेरणा की मदद से अपने जीवन के लक्ष्य या कोई ऐसा कार्य करने की शक्ति मिलती है जिससे हम समाज में अपना एक निशान छोड़ जाये।
जब हम किसी से प्रभावित होकर उसके जैसा लक्ष्य प्राप्त करना चाहते है तो हम उस व्यक्ति या चीज से प्रभावित होते हैं, और वही हमारे लक्ष्य प्राप्त करने के लिए हमें प्रेरित करता है। चाहे वह नाम कमाने की हो, समाज की सेवा करने की हो, पैसे कमाने की हो या अन्य प्रकार की कोई इच्छा हो। हम जिस व्यक्ति से प्रेरित होते है वही हमें लक्ष्य भी देता है। उसकी जीवन की सफलता की कहानियां ही हमें उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रेरित करती है। प्रेरित व्यक्ति हमारे अंदर सोचने और बुद्धि में सकारात्मक बदलाव लाता है। इस सकारात्मक सोच और दृढ इच्छा शक्ति को लेकर हम अपने मार्ग पर आगे बढ़ते है। हम जीवन में कही-कही असफल भी होते हैं, लेकिन उस व्यक्ति के प्रेरणा हमें फिर से लड़ने की ताकत देती है और हम फिर से एक नए जोश के साथ उस मार्ग पर आगे बढ़ते है।
मेरे जीवन की प्रेरणा
मैं अपने जीवन में कई चीजों से प्रेरित हुआ हूँ, कुछ चीजों ने मुझे वाह्य रूप से प्रभावित किया है, तो कुछ ने मुझे आतंरिक रूप से प्रभावित किया है। यही प्रेरणा मेरे अंदर के इच्छा शक्ति को प्रेरित कर मुझे नए जोश-उत्साह के साथ काम करने के शक्ति प्रदान करता है। मुझे अपने जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा मुझे अपने ही परिवार और परिवार के सदस्यों से मिलती है।
मैं अपने जीवन में सबसे अधिक जिससे प्रेरित होता हूँ, वो मेरे माता-पिता है। मुझे अपनी माँ से पारिवारिक (आतंरिक) स्थिति से लड़ने की शक्ति मिलती है, तो वही मेरे पिता मुझे समाज से और बाहरी परिस्थितियों से लड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। वे दोनों ही मुझे अपना अनुभव बताते है और मुझे प्रेरित करते है कि तुम अपने जीवन में जो भी करना चाहते हो पूरी मेहनत, लगन और ईमानदारी से करो तभी तुम अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हो। वे दोनों मुझे ये भी बताते है इन रास्तों में बाधाएँ तो बहुत आएँगी मगर तुम पुरे जोश और हिम्मत से उसका सामना करना। इस तरह के कई मौके आये है, जिसके लिए उन्होंने मुझे प्रेरित किया है।
मेरे माता-पिता ही मेरे जीवन की प्रेरणा है – एक परिचय
मेरे पिता एक किसान परिवार से है, और मेरी माता एक गरीब किसान परिवार से रिश्ता रखती है। उनकी शादी से पहले मेरे दादा जी, मेरे पिताजी को पसंद नहीं करते थे बस उनमे काम की बातें ही होती थी, जैसे खेतों में काम करने के बारे में, पिताजी के पढाई खर्च, इत्यादि बस इतनी ही बातें होती थी। मेरे पिता जी अपनी पढाई के साथ-साथ खेतों में अपना ज्यादा समय दिया करते थे, और शादी के बाद मेरी माँ भी पिता और परिवार के साथ खेतों में काम करती थी। मेरी माता ज्यादा पढ़ी-लिखी तो नहीं है पर उन्हें अपने जीवन का अनुभव बहुत है, और वो अनुभव मेरे साथ साझा करती रहती है।
मेरे पिताजी घर के काम के साथ ही अपनी पढाई पूरी करके एक सरकारी विभाग में एक शिक्षक की नौकरी को हासिल किया। इस नौकरी को प्राप्त करने के लिए वह भरी बरसात में इम्तिहान और साक्षात्कार देने पहुंचे थे। उन्होंने हमे बताया था की भारी बारिश के कारण वहां कम लोग आये थे, जिसके बाद उनका चयन एक अध्यापक के रूप में हो गया। उनके पिता जी पता नहीं क्यों उनकी इस नौकरी से खुश नहीं थे। पर मेरी माँ ने उन्हें समझाया की ये उनकी मेहनत का फल है और आप इस काम से कितने बच्चों को और उनके भविष्य को बना सकते है। पिता जी ने भी इस बात को समझा और वो अपनी नौकरी करने लगे।
पिताजी की नौकरी बाहर में होने के कारण मेरी माँ अकेले ही परिवार को संभालाती और परिवार के ताने सुनते हुए अपने काम को करने में लगी रहती थी। शायद सभी इस बात से नाराज थे की पिताजी बहार नौकरी कर रहे है और घर में काम में वो हाथ नहीं बटाते है।
इन सभी परिस्थितियों से निपटते हुए मेरे पिता जी और मेरी माता जी आगे बढ़ते रहे और आज वही मेरी प्रेरणा का श्रोत है और जब भी मैं किसी मुसीबत या परेशानी में होता हूँ तो उनको ही याद करता हूँ। और वही मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित करते है।
मेरे माता-पिता की कौन सी बातें मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित करती है?
मेरे पिता जी एक अध्यापक रह चुके है, वो कक्षा में विद्यार्थियों और घर में मुझे और मेरे बड़े भाई-बहन को हमेशा कुछ न कुछ सिख देते रहते है। जिन परिस्थितियों से वो गुजरे है, वो नहीं चाहते की मैं उस परिस्थिति में हार जाऊ, इसलिए कभी-कभी वो मुझसे बहुत गुस्सा हो जाते है। कुछ बातों को तो मैं भी समझ जाता हूँ पर कुछ बातों पर मैं नाराज हो जाता हूँ। फिर वो मुझे समझाते है और मुझे हिम्मत और प्रेरित करते है, ताकि जिस परिस्थिति और परेशानी का सामना उन्हें करना पड़ा है, मैं उस स्थिति से लड़ सकू और जीवन में आगे की ओर बढूं। वो एक नए आयाम के रूप में मुझे देखना कहते है और उसके लिए वो सदा ही तत्पर है।
मेरी माँ मुझे कई परिस्थितियों से लड़ने की ताकत प्रदान करती है। जब भी मैं उन्हें देखता हुआ मैं उनसे बहुत प्रेरित होता हूँ। कुछ ऐसी पारिवारिक घटनाएं जो मेरी माँ के साथ हुआ है, जिन्हें बस सोचकर ही मेरे अंदर का जोश बहुत अधिक हो जाता है और मुझे इन सभी प्रकार की परिस्थिति से लड़ने को प्रेरित करती है। मेरी माँ की हिम्मत, सहनशीलता, उनकी ममता, उनका परिवार के प्रति प्यार, समर्पण, आदि देखकर ही मैं बहुत प्रेरित होता हूँ, और माँ के इन सब गुणों को मैं अपने अंदर समाहित करके जीवन में आगे बढ़ाना चाहता हूँ।
मेरे माता-पिता दोनों ही मुझे तनाव और परेशान देखकर मुझसे अपने अनुभव साझा करते है और मुझे प्रेरित करते है। मुझे उनकी हर बात से प्रेरणा मिलती है, और जीवन में हर कदम पर हर परिस्थिति से लड़ने की ताकत भी उन्ही से मिलती है।
उन दोनों का अनुभव मुझे इतना प्रेरित करता है की मुझे यकीन है कि जब भी मैं किसी भी मुसीबत, परेशानी या मेरी हिम्मत जवाब देंगी तो उनकी बातें मुझे प्रेरित करेंगी और मुझे उस परिस्थिति से लड़ने की ताकत और हिम्मत देंगी। उनके इसी प्रेरणा के साथ मेरे होठो पर हमेशा मुस्कान और दिल में जोश और शरीर में ताकत का काम करती है और मैं बस आगे की ओर बढ़ने की कोशिश में लग जाता हूँ।
हमारे जीवन में प्रेरणा का महत्व
हमारे जीवन में प्रेरणा एक ऊर्जा के श्रोत के रूप में कार्य करता है। हम जीवन के जिस लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं, तो उस क्षेत्र से सफलतम व्यक्ति या किसी वस्तु का चुनाव करते है, जो हमें उन उचाईयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करता है। यह हमारे जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए बहुत ही आवश्यक हैं। प्रेरणा हमारे अंदर के विचारों में बदलाव करके हमें नई सोच देता है। यह जीवन का एक ऐसा विचार और ताकत है जो हम किसी भी व्यक्ति या अभिप्रेरक वास्तु से भी प्रेरित हो जाते हैं।
हम सभी को अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक सकारात्मक सोच और यह हमारे सोचने के तरीकों को बदलने के लिए प्रेरित करता है। जब हम किसी से प्रेरित होते हैं, तो उनकी हर बातें हमारे अंदर एक ऊर्जा के रूप में कार्य करता है और हर कदम पर हमें प्रेरित कर लक्ष्य प्राप्ति में मदद करता है। यह प्रेरणा हमें उस लक्ष्य से सम्बंधित किसी भी चीज से मिल सकता है जिस राह पर हम लक्ष्य प्राप्ति की ओर बढ़ रहें हैं।
निष्कर्ष
किसी भी सफल व्यक्ति के पीछे किसी व्यक्ति-विशेष की प्रेरणा अवश्य होती है। वह उससे बहुत प्रेरित होता है, जिसकी हर बात का अनुसरण कर वो अपने लक्ष्य का निर्धारण करता है। वह अपने विचारों, अपनी सोच, कार्य के तरीकों में बदलाव कर अपने सफलता की राह पर आगें बढ़ता है। हर किसी को अपने माता-पिता, दोस्त, कोई व्यक्ति विशेष या अन्य से प्रेरणा मिलती है और वो उसी से प्रेरित होकर अपने सफलता की कहानी लिखता है।