“स्वास्थ्य ही मनुष्य का वास्तविक धन है, न की सोने-चांदी के टुकड़े”। महात्मा गांधी द्वारा कही गई ये पंक्तियां हर किसी के वास्तविक जीवन से जुड़ा हुआ है। हम सभी ने अपने घरों और आसपास के लोगों और परिवार के सदस्यों को कई बार बीमार होते अवश्य ही देखा और सुना होगा। यदि आपको अपने जीवन में कुछ हासिल करना हैं तो जो सबसे महत्वपूर्ण चीज आपको चाहिए वो है आपका स्वास्थ्य। आपको अपने स्वास्थ्य को बनाये रखना अति आवश्य है। यदि आपका स्वास्थ्य अच्छा है तो आप निश्चित रूप से अपने जीवन की हर कठिन से कठिन परिस्थितियों से लड़ सकते हैं और उन परिस्थितियों से पार पा सकते हैं।
हम बीमार क्यों पड़ते हैं? क्या हम खुद को बीमार होने से बचा सकते हैं? इस तरह के सवाल आपके मन में अवश्य ही कई बार आए होंगे। इन सवालों के बारे में हम सब का अपना अलग नजरिया है। मैं इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर आपको एक निबंध प्रदान करा रहा हूं, और मुझे उम्मीद है की इस निबंध के माध्यम से आपके इन सभी सवालों का जबाब आवश्य मिलेगा। मैं आशा करता हूं कि यह निबंध छात्रों को उनकी पढ़ाई और उनके जीवन में अवश्य ही सहायक सिद्ध होगा।
परिचय
शांतिपूर्ण और सुखमय जीवन जीने के लिए अच्छा स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण कारक है। जिन लोगों के पास बहुत सारा पैसा होता है, जो विलासिता से परिपूर्ण होते है, लेकिन उनके पास स्वास्थ्य की कमी है, तो वास्तविक अर्थों में वो कभी खुश नहीं रहते है। यदि हम अपने स्वास्थ्य का उचित ध्यान नहीं रखेंगे तो हम अवश्य ही बीमार पड़ जायेंगे। यदि हम खुद को अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, तो हमें अपने दैनिक कार्यों को करने में कठिनाई और असमर्थता आती है।
बीमारी क्या है?
किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य में गिरावट को हम बीमारी कहते है। यह एक ऐसी स्थिति हो सकती है जब हमारा शरीर हल्की या किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हो। इसमें हमारे शरीर या शरीर के अन्य हिस्सों में हल्का या गभीर समस्या, दर्द या अन्य कष्ट हो सकते है। लम्बे समय तक बीमार होने के कारण हमारे शरीर के अंग असामान्य हो जाते है, जिसके कारण कभी-कभी मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए हमें हमेशा स्वस्थ भोजन खाने, व्यायाम करने, आराम करने और अपने आस-पास पर्याप्त स्वच्छता बनाये रखने की सलाह दी जाती है। हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतना हमें कुछ बुरे या घातक परिणाम दे सकते है।
वह कारक जो हमें बीमार बनाते हैं
बीमारी शरीर में वह असामान्य स्थिति है जो कुछ कारकों के प्रभाव से होती है। यही कारक हमारे शरीर को बीमार करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। कुछ ऐसे सामान्य कारक जो हमें बीमार करते हैं, मैंने उन्हें नीचे सूचीबद्ध किया है।
हमें अपने शरीर के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए स्वच्छता बहुत ही आवश्यक है। स्वच्छता की खराब आदतों के कारण ही मनुष्य कई बीमारियों का शिकार हो जाता है। खुले में शौच करने के कारण मनुष्य कई बीमारियों से ग्रसित या उसे कई बीमारियां घेर सकती है, बाद में वो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और हमें बीमार बनाती है। इस तरह की अस्वच्छता विकाशशील देशो के गरीब इलाको में अक्सर देखी जा सकती है। शौच के लिए शौचालयों के उपयोग से मिट्टी और पानी की स्वच्छता को बचाया जा सकता है। इस तरह हम स्वच्छता की अच्छी आदतों को अपनाकर विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता हैं।
स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण हमारे स्वस्थ शरीर के लिए अति आवश्यक है। प्रदूषण के कारण होने वाली पर्यावरणीय स्थिति हमें विभिन्न प्रकार से वायु जनित, जल जनित इत्यादि रोगों के लिए जिम्मेदार होती हैं। कई शहरों में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने उन शहरों के वायु गुणवत्ता सूचकांक को बहुत ही खराब कर दिया है। इन शहरों में रहने वाले लोगों के अंदर सांस की कई समस्या देखने को मिली हैं। इसके आलावा जल से होने वाले रोग जैसे दस्त, पेचिश, मलेरिया इत्यादि इन दिनों बहुत तेजी से फैल रहा है।
इन दिनों कुछ ऐसी बीमारियां भी देखने को मिलती है जिनका संबंध आनुवंशिक विकार से होता है। इस प्रकार की बीमारियां एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में चलती रहती हैं। इस प्रकार के विकारों की बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति को प्रयाप्त सुरक्षा उपाय और उचित दवाइयों को लेने की आवश्यकता होती है।
इन दिनों बर्गर, पिज्जा, चाउमीन, मैगी व अन्य प्रकार के फास्टफूड आज के लोगों का मुख्य आहार बन गया हैं। इन जंक फूड के स्वास्थ्य प्रभाव को जानते हुए भी लोग इस प्रकार के भोजनों का खाना पसंद करते हैं। स्वस्थ रहने के लिए हमारे शरीर को प्रोटीन, विटामिन इत्यादि की आवश्यकता होती है, जो की हमें स्वस्थ अनाज और हरी सब्जियां खाने से प्राप्त होती है। यदि हम खाने में स्वस्थ आहार को नहीं अपनाते हैं, तो निश्चित रूप से हम बीमार पड़ सकते हैं। कुछ आवश्यक विटामिन, प्रोटीन और अन्य खनिज लवण की कमी के कारण हमारा शरीर कमजोर हो जाता हैं और इससे हमारा शरीर कमजोरी और बीमारी से पीड़ित हो सकता हैं।
आज की तेज जिंदगी में लोग बहुत सारे पैसे कमाने के पीछे सिर्फ इसलिए जाते हैं क्योंकि वो इसे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण चीज मानते हैं। वो पैसे कमाने के लिए अपना अधिक से अधिक समय काम करने में लगाते हैं, और अपने स्वास्थ्य पर बहुत कम ध्यान देते हैं। स्वास्थ्य के प्रति उनकी यह लापरवाही उन्हें बीमार कर सकती है। यह अत्यंत आवश्यक है कि हममें से प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। हमें पर्याप्त भोजन और आराम करने की आवश्यकता है। इन सब चीजों के अलावा एक अस्वस्थ जीवनशैली निश्चित रूप से कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती हैं, जिन्हें हमें अनदेखा नहीं करना चाहिए।
कई घर और परिवार ऐसे हैं, जो अच्छे घर की कसौटी पर खरे नहीं उतरते हैं। इस प्रकार के घरों में वेंटिलेशन उपायों की कमी होती है। इस प्रकार के घरों में रहने वाले लोगों को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि ऐसे घरों में प्रयाप्त मात्रा में सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाता है और इन घरों में वेंटिलेशन की भारी कमी होती है। मेट्रो शहरों में हमने देखा है कि बहुत छोटे से घर में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। यह भी एक खराब आवास की स्थिति का एक उदहारण है। इस प्रकार के घरों में रहने वाले लोग अक्सर मानसिक बीमारी या अवसाद से पीड़ित हो जाते है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि खराब आवास की स्थिति भी हमें काफी बीमार कर सकती है।
हम सभी यह जानते हैं कि इस धरती पर लाखों रोग जनक कारक है। इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी वयक्तिगत स्वच्छता को बनाये रखे ताकि हम खुद को बीमार होने से बचा सकें। खाने से पहले और शोचालय के उपयोग के बाद अच्छी तरह से साबुन से हाथ धोना, फल और सब्जियों को धोने के बाद ही उपयोग करना, रोजाना नहाना इत्यादि हमारी व्यक्तिगत स्वच्छता को बनाये रखने के मुख्य तरीके हैं। अगर हम इन सबमें जरा सी भी लापरवाही बरतते हैं तो रोगजनक चीजें हमारे शरीर में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं और हमें बीमार कर सकते हैं। इन सबसे हमें सावधान रहना चाहिए और खुद को साफ रखना चाहिए ताकि हम इन सब आम बीमारियों से बच सकें।
हम खुद को बीमार पड़ने से कैसे बचा सकते हैं?
हमेशा से ही कहा जाता रहा है कि ‘स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग’ होता है और स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही हमारे शरीर के साथ-साथ हमें दिमागी रूप से भी बीमार कर सकता है। ये बीमारियां हमें कमजोर बनाती है, जो हमें अपनी पढ़ाई और अन्य नियमित कार्यों को करने से रोकती है। यदि आप बीमार हो जाते हैं, तो आपको उस बीमारी से उबरने और स्वस्थ होने में समय लगता है, इस तरह आप अपनी पढ़ाई और काम में पीछे रह जाते हैं।
अगर हम अपने स्वास्थ्य का अच्छे से ख्याल रखेंगे तो, किसी भी प्रकार की बीमारी के शिकार से बचा जा सकता है। हमें अपनी दैनिक आहार में हरी सब्जियां, रेशेदार भोजन, अनाज और फलों को शामिल करने की आवश्यकता हैं। इससे हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और हम बीमारियों से बचे रह सकते हैं। खाना खाने और पकाने से पहले हाथ धोने की अच्छी आदत को अपनाने की आवश्यकता है। नियमित रूप से व्यायाम करने की आवश्यकता है, इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा। हमें पूरी तरह से अपनी नींद लेने की आवश्यकता हैं, क्योंकि हमारे शरीर और दिमाग को आराम की जरुरत होती है। अगर हम इन आदतों को अपनाते हैं तो हम निश्चित रूप से खुद को बीमार होने से बचा सकते हैं।
पिछले साल के दौरान हमने देखा है कि पूरी दुनिया कोविड-19 बीमारी से पीड़ित है। इस वायरस से बीमार होने से खुद को बचाने के लिए सबसे उपयुक्त तरीका है कि हम खुद को स्वच्छ और स्वस्थ रखें, और ये सब ऊपर दिए आसन तरीकों को अपनाकर खुद को स्वस्थ रख सकते है। इसके अलावा स्वस्थ भोजन खाने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली भी बढ़ती है, जो हमारे शरीर को प्रारंभिक अवस्था में इन संक्रमण से लड़ने में काफी सहायक होती है। अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाकर हम कोविड-19 वायरस के संक्रमण या अन्य प्रकार की बीमारियों के आक्रमण से बच सकते है।
निष्कर्ष
आपकी अच्छी स्वास्थ्य स्थिति से तात्पर्य है कि आपके शरीर और मन दोनों की स्वस्थता से है। एक अच्छा स्वस्थ और सुखी जीवन जीने के लिए हमारा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना बहुत ही आवश्यक है। स्वस्थ जीवन शैली और अच्छे विचारों के साथ नियमित रूप से व्यायाम को अपनाने से इन बीमारियों से बचा जा सकता है। स्वस्थ शरीर और स्वस्थ दिमाग के साथ आप अपने लक्ष्यों पर पूर्ण रूप से अपना ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और जीवन में सफलता की उचाईयों को प्राप्त कर सकते हैं।