नीतिवाचक “बेंजामिन फ्रैंकलिन” के कथन के अनुसार ईमानदारी सबसे सर्वोत्तम नीति है। किसी भी मनुष्य के जीवन में ईमानदारी का अर्थ है “अपने जीवन में सच्चाई और जीवन के विभिन्न मूल्यों के प्रति सच्चा होना”। एक सफल व्यक्ति के पीछे सच्चाई और ईमानदारी का बहुत बड़ा हाथ होता है। सच्चाई और ईमानदारी से किया गया कार्य मनुष्य को जीवन में विभिन्न तरीकों से हमेशा पुरस्कृत करता रहता है। ईमानदारी आपके जीवन में भले ही थोड़ी कष्टदायी होती है, पर इसके द्वारा आपका सम्मान जीवन भर बना रहता है।
परिचय
हमारे जीवन की सबसे अच्छी नीति ईमानदारी होती है। ईमानदारी ही हमारे चरित्र का गहना होता है। कहते है की धन खो जाये तो उसे कमाया जा सकता है पर जीवन में चरित्र और ईमानदारी एक बार खो जाये तो फिर से कभी पाई नहीं जा सकती है। एक अथक प्रयास के द्वारा जीवन में कई कष्टों का सामना करके ही ईमानदारी को कमाया जा सकता है।
हमारे जीवन में ईमानदारी क्यों महत्वपूर्ण हैं
चरित्र और ईमानदारी हमारे जीवन के दो ऐसे महत्वपूर्ण आभूषण है जो हमारे जीवन की सुंदरता को निखारने का काम करते हैं। किसी के भी जीवन में ईमानदारी बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है और यह विश्वास और भरोसा कमाने में काफी समय लग जाता हैं। जीवन में ईमानदारी क्यों महत्वपूर्ण है, इसके कई कारण हैं-
हमें जीवन में ईमानदारी क्यों अपनानी चाहिए?
बाल्यकाल से ही हमें अपने माता-पिता, अपने परिजनों और अध्यापकों के द्वारा ईमानदार बनाने के लिए पढ़ाया और सिखाया जाता है। हमें अपने परिजनों और अपने अध्यापकों के द्वारा ऐसी कई कहानियों का उदहारण दिया जाता है जो कि ईमानदारी की अवधारणा से प्रेरित हो। हमें उनके महत्व और जीवन में इसके लाभ के बारे में भी सिखाया और बताया जाता है। हमें ईमानदारी को अपनाने और इसका अभ्यास करने के लिए भी कहाँ जाता है, क्योंकि आगे के जीवन में ईमानदारी का बहुत अधिक महत्व और जरूरत होती है। निम्न कारणों से हमें ईमानदारी को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की आवश्यकता है-
ईमानदारी सबसे अच्छी नीति क्यों मानी जाती है?
बचपन से ही हमें बताया और सिखाया जाता है कि हमें एक ईमानदार व्यक्ति बनना चाहिए। इसके लिए हमें कई उदहारण और कहानियाँ भी सुनाई और बताई जाती है, और हमें इसके महत्व और इसके फायदों के बारे में भी बताया जाता हैं। हमारे व्यवहारिक जीवन में इसके महत्व के बारे में और जीवन को सफल बनाने के लिए कहा जाता है, जो कि निम्न प्रकार से हमारे जीवन को सफल बनाने में मदद करते है-
ईमानदारी हमारे जीवन की सफलता की नीव है। यह हमारे अंदर एक महान गुण के रूप में निहित होता है। इसी के द्वारा हमारे व्यक्तित्व की पहचान होती है। अपने जीवन में हम इसे अपनाकर एक अनुशासित जीवन जी सकते है और उचित नियम और फैसलों का चुनाव कर जीवन को सफल बना सकते है। हर जीवन का एक लक्ष्य होता है और हमें अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें ईमानदारी से कड़ी मेहनत करके उस लक्ष्य तक पहुंचना चाहिए। अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हमें ईमानदारी का रास्ता अपनाना चाहिए। जिस प्रकार से महात्मा गांधी, सरदार पटेल, भीमराव अंबेडकर ने एक लक्ष्य को अपनाकर पूर्ण ईमानदारी और निष्ठा से उस रास्ते चलकर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया।
हमारे जीवन में विश्वास हर रिश्ते की नीव है, और बिना विश्वास के किसी भी रिश्ते की कल्पना नहीं की जा सकती है। किसी के अंदर विश्वास पैदा करने के लिए ईमानदार होना बहुत ही आवश्यक होता है। यह ईमानदारी आपकी सत्यता पर निर्भर करती है। हमारी सच्चाई और ईमानदारी ही किसी के जीवन में हमारे लिए विश्वास पैदा करती है।
एक सच्चे और ईमानदारी से बनाये रिश्ते को आप जीवन भर बड़े ही आराम के साथ निभा सकते है और इस प्रकार के रिश्ते में कोई दुःख या परेशानी भी नहीं आती। इस प्रकार के रिश्ते में हर किसी के दिल में आपके लिए प्यार और सम्मान होता है।
ईमानदारी और सच्चाई से कायम किया गया रिश्ता आपके दोस्तों, समाज और परिवार में आपके लिए भारोसा और सम्मान पैदा करता है। ईमानदारी से बनाये गए रिश्ते से हर व्यक्ति आप पर भरोसा करता है और इस भरोसे को आप अपनी ईमानदारी से बनाये रखने में कितना सफल होते है ये आप पर निर्भर करता है।
हमारे अंदर ईमानदारी ही वह गुण है, जो हमें बहादुर और हमारे विश्वास की शक्ति को बढ़ाता है। सत्यता और ईमानदारी ही वह शक्तिशाली हथियार है, जो आपको निडर बनाती है। महात्मा गाँधी इसी सत्यता और ईमानदारी के कारण वो इतने निडर थे की वो अंग्रेजी हुकूमत से कभी डरे नहीं। उन्होंने इसी को अपने हथियार बनाकर लोगों में विश्वास पैदा किया और भारत को आजादी दिलाई।
महात्मा गाँधी ने कहा था की यदि हम सच्चे और ईमानदार है तो हमें किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है। यही सत्यता और ईमानदारी आपके अंदर आत्मविश्वास को बढ़ाता है और आपको निडर और बहादुर बनाने में आपकी मदद करता है।
सत्य बोलने के बाद हर व्यक्ति के मन और शरीर में एक शांति का अनुभव प्रतीत होता है। इसलिए उसे सदैव ही सत्य बोलना चाहिए और झूठ बोलने से बचना चाहिए। झूठ बोलने से हमारे अंदर एक हीन और छल की भावना पैदा होती है, जिसके कारण हमारे अंदर हमेशा एक डर बना रहता है। यही डर हमारे शरीर और मन को हमेशा परेशान करती है, और आपको आपराधिक बोध कराती है।
सच्चाई और ईमानदारी ही वह हथियार है जो इस डर से हमें लड़ने की शक्ति देता है, और हमारे मन और शरीर को शांति प्रदान करता है। इसके कारण हमारे अंदर आत्मविश्वास, बहादुरी और दुसरों को हमारे ऊपर विश्वास पैदा करने में मदद मिलती है, वही हमारे मन में शांति बनी रहती है।
क्या ईमानदारी सहज़ता से कमाई जा सकती है?
ईमानदारी हमारे जीवन का एक महान गुण है, जो हमें जन्मजात नहीं मिलती है। यह हमें जीवन में सत्य बोलने और उसके निरंतर अभ्यास करने से हमें इसकी प्राप्ति होती है। कोई भी जन्म से ईमानदार नहीं होता है, यदि ऐसा होता तो दुनिया में कोई भी अनुचित घटनाएं नहीं होती और सभी सुखी और शांति से आपस में मिल-जुलकर रहते।
जन्म से ही हमारे माता-पिता, गुरु और अपने हमें सत्य और ईमानदारी के रास्तें पर चलना सिखाते है, ताकि बाद में हम सुख और शांति से अपना जीवन व्यतीत कर सकें। बचपन में सभी को झूठ बोलने की सजा भी मिली होगी ताकि हम अपनी गलतियों को दोहराये बिना सत्य और ईमानदारी के रास्तें पर चले। कभी-कभी झूठ के लिए हमें भारी कीमत भी चुकानी पड़ जाती है।
सत्य और ईमानदारी की शक्ति बहुत ही अद्भुत होती है, इसका उदहारण हमें महात्मा गाँधी के रूप में देखने को मिलता है। उन्होंने सत्यता और ईमानदारी को मानव का सबसे बेहतर गुण माना और उसी रास्ते पर खुद चलें। गाँधी जी ने सत्य, अहिंसा और ईमानदारी को अपना हथियार बनाकर भारत को अंग्रेजो के चुंगल से मुक्त कराया।
सत्यता और ईमानदारी का गुण हम धीरे-धीरे और लम्बे समय तक उसके निरंतर प्रयास से प्राप्त कर सकते है। यह पूर्णतया आप पर निर्भर करता है कि इसके लिए आप कितने तैयार है। सभी को इसे अपने अंदर अवश्य शामिल करना चाहिए, क्योंकि यह आपके व्यक्तित्व को पूरी तरह से बदलकर चमका देती है। सत्यता और ईमानदारी ही हमें अपने परिवार, दोस्तों और समाज में एक सम्मान दिलाती है जिसे हर कोई पाना चाहता है।
निष्कर्ष
सत्यता और ईमानदारी किसी भी व्यक्ति को किसी भी स्थिति में झूठ बोलने को मजबूर नहीं कर सकती है। उसकी इसी सच्चाई और ईमानदारी के कारण ही उनका परिवार, दोस्त और समाज उनको बहुत ही प्यार और सम्मान देती है। ऐसे ईमानदार व्यक्ति पर लोग आसानी से भरोसा करते है और इस कारण उनके चाहने वाले, दोस्त, इत्यादि हर जगह होते है। ईमानदारी जीवन का एक श्रेष्ठ गुण है जिसे हर व्यक्ति को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। जिससे समाज में भ्रष्टाचार कम हो और चारों तरफ खुशहाली और शांति बनी रहें, और राष्ट्र की प्रगति में हर कोई अपना योगदान दे सकें।