सुकन्या समृद्धि खाता योजना, जो भारत के डाक विभाग और अधिकृत बैंकों में प्रदान की जाती है, 22 जनवरी 2015 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान का हिस्सा है।
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लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए इस तरह के पहल की क्यों जरुरत है?
लड़कियों को कई प्रकार की बाधाओं का सामना करना पड़ता है। अगर अपने जन्म के बाद उसे चुनौतियों का सामना करना पड़ता है तो जन्म से पहले भी उसे स्त्री भेदभाव के रूप में मुसीबतों का सामना करना पड़ता हैं। वैज्ञानिक और तकनीकी विकास ने भ्रूण के लिंग को जन्म से पहले निर्धारित करना संभव बना दिया, जिसके कारण गर्भ में महिला के खिलाफ कदम उठाए जाते है। जब यह पता चलता है कि गर्भवती माँ के गर्भ में लड़की है तो पूरा परिवार महिला के गर्भपात का फैसला ले लेता है। भ्रूण के लिंग निर्धारण परीक्षणों के नतीजे (जो बच्चा अभी तक पैदा नहीं हुआ है) और साथ ही पूर्व गर्भधारण सेक्स चयन सुविधाओं की उपलब्धता तथा महिला शिशुओं को जन्म से पहले ही खत्म करने की घटनाओं की वजह से भारत में वर्षों से बाल यौन अनुपात (CSR) प्रभावित हुआ है।
बाल यौन अनुपात 0-6 वर्ष की उम्र के बीच प्रति हज़ार लड़कों की संख्या पर लड़कियों की संख्या है। महिला और बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट से मिली आंकड़े बताते हैं कि 1991 में भारत का बाल यौन अनुपात (CSR) 945 था और 2001 में 927 तक गिरावट आई थी जबकि एक दशक बाद यह आंकड़ा 919 था। 1961 से बाल यौन अनुपात (CSR) की आंकड़ों में लगातार होती गिरावट चिंता का बड़ा मामला रहा है।
हर चरण और स्तर पर लिंग भेदभाव भयावह हो गया है। सामाजिक और आर्थिक रूप से महिला लिंग के खिलाफ होते इस भेदभाव की वजह से महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के महत्व पर अत्यधिक बल नहीं दिया जा सकता।
केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना लड़की के लिंग-आधारित उन्मूलन को रोकने और राष्ट्र में लड़कियों की जिंदगी, संरक्षण, शिक्षा और भागीदारी को सुनिश्चित करने का प्रयास करती है।
सुकन्या समृद्धि योजना क्यों शुरू की गई?
लड़कियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की।
सुकन्या समृद्धि खाता योजना, केवल लड़कियों के लिए, के अंतर्गत लड़की के नाम पर एक खाते में उसके माता-पिता / कानूनी अभिभावक द्वारा पैसे की नियमित बचत का प्रचार करके लड़की के कल्याण को सुनिश्चित करने हेतु एक विचार है।
देश में बड़ी संख्या में डाकघरों के होने के कारण दूरदराज के क्षेत्रों और दुर्गम क्षेत्रों के डाकघर में सुकन्या समृद्धी खाता योजना की उपलब्धता से लोगों को काफी लाभ होता है क्योंकि इससे अधिक से अधिक लोग जुड़ सकते है। इस प्रयोजन के लिए प्राधिकृत किसी भी बैंक / डाक कार्यालय में खाते को खोला जा सकता है।
किसी अधिकृत बैंक से फॉर्म प्राप्त करें और इसे पूरी तरह से भरें और आवश्यक सभी दस्तावेजों के साथ फार्म जमा करें। यहाँ सुकन्या समृद्धी खाते के बारे में कुछ जानकारी और तथ्य हैं जो आपको खाता खोलने से पहले जानने की जरूरत है:
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यह खाता माता-पिता / कानूनी अभिभावक द्वारा लड़की की 10 वर्ष की उम्र तक खोला जा सकता है।
यह खाता किसी भी लड़की के जन्म से लेकर उसकी 10 वर्ष की उम्र तक किसी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक में खोला जा सकता है।
यह योजना माता-पिता को एक लड़की के नाम पर केवल एक खाता खोलने और दो अलग-अलग लड़कियों के नाम पर अधिकतम दो खाता खोलने की अनुमति देता है।
इस खाते में न्यूनतम 1000 रु प्रति वर्ष जमा करने की आवश्यकता होती है अन्यथा इसे बंद खाते के रूप में माना जाएगा। (जुलाई 2018 से यह राशि 250 कर दी गयी है)
अधिकतम 1.5 लाख रु एक वित्तीय वर्ष में जमा हो सकते हैं (चाहे एकल अवसर पर या कई मौकों पर सौ के गुणकों में)। यह प्रति वर्ष अधिकतम सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।
न्यूनतम 14 साल के लिए धन जमा किया जाना चाहिए।
आप हर साल अप्रैल में वित्तीय वर्ष की शुरुआत में वार्षिक योगदान कर सकते हैं।
पूरे 21 वर्षों में इस खाते से कोई भी निकासी नहीं की जा सकती है।
इस खाते में तय राशि जमा करना अनिवार्य नहीं है।
ऑनलाइन धन सुकन्या समृद्धि खाते में जमा किया जा सकता है (ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन स्थानान्तरण)। धन जमा के अन्य तरीके नकद / चेक / डिमांड ड्राफ्ट हैं।
यह खाता डाकघर या किसी भी प्राधिकृत बैंकों में खोला जा सकता है। इस खाते को खोलने के लिए लगभग 28 बैंक अधिकृत हैं।
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सुकन्या समृद्धी अकाउंट को शुरुआती जमाराशि 250 रु या अधिक के साथ खोला जा सकता है।
इसके लिए आवश्यक दस्तावेज हैं:
सुकन्या समृद्धि खाते को कैसे सक्रिय रखें
100 रुपये के गुणांक के साथ एक वित्तीय वर्ष के लिए अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं।
जमा राशियां एकमुश्त राशि में भी की जा सकती हैं। किसी महीने या किसी वित्तीय वर्ष में जमा राशि की कोई सीमा नहीं है।
बंद हो चुके सुकन्या समृद्धि खाते को दोबारा कैसे शुरू करें?
किसी भी वित्तीय वर्ष के दौरान बंद हो चुके सुकन्या समृद्धी खाता को दोबारा शुरू करने के लिए 50 रु का जुर्माना देकर इसे फिर से सक्रिय करने का प्रावधान है तथा एक वित्तीय वर्ष के लिए 1000 रु की न्यूनतम जमा राशि जमा करानी होगी।
गरीबी रेखा से नीचे कम से कम 10 करोड़ लोग हैं। बीपीएल श्रेणी के सभी परिवार कैसे खाता खोल पायेंगे और कैसे उसे चलाने में सक्षम हो पाएंगे? इसके अलावा बहुत गरीब और अशिक्षित लोगों को अपनी लड़कियों के लिए ऐसी बचत योजनाओं को समझने में मुश्किल हो सकती है।
खाते के लिए ब्याज दर भिन्न होती है तथा खाते में निवेश के लिए ब्याज की कोई निश्चित दर नहीं है।
(सुकन्या समृद्धि खाते के बारे में यहां दिए गये कई आंकड़े और विवरण महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट पर डाली गई जानकारी पर आधारित हैं)
सुकन्या समृद्धि खाता योजना के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न इस प्रकार हैं:
इस खाते को खोलने के लिए लड़की की उम्र सीमा क्या है?
लड़की की आयु सीमा उसके जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक है।
कौन इस खाते को खोल सकता है?
सुकन्या समृद्धि खाता कानूनी अभिभावक या लड़की के माता-पिता द्वारा खोला जा सकता है।
इस खाते को खोलने के लिए कहाँ जाना है?
आपको इस खाते को खोलने के लिए निकटतम पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक शाखाओं पर जाना होगा।
इस खाते को खोलने के लिए फ़ॉर्म कहां से प्राप्त करें?
आप निकटतम डाकघर या अधिकृत बैंक शाखाओं से फ़ॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।
बैंक में सुकन्या समृद्धि खाते के लिए आवेदन कैसे करना है?
आपको लड़की की ओर से खाता खोलने के फॉर्म को भरना होगा और केवाईसी दस्तावेजों के साथ बैंक शाखा में जमा करना होगा।
इस योजना के अंतर्गत आप कितने खाते खोल सकते हैं?
कानूनी अभिभावक या माता-पिता अपनी 2 लड़कियों के लिए अधिकतम 2 खाते खोल सकते हैं मतलब “एक लड़की, एक खाता”।
कोई व्यक्ति अपनी 3 बेटियों के लिए केवल 3 खाते तभी खोल सकता है अगर उसके पास जुड़वां लड़कियां और एक और लड़की हो।
यह पुष्टि कैसे की जाए कि खाता खुल गया है?
पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक को आवश्यक दस्तावेजों के साथ पूरी तरह से भरा फॉर्म जमा करें तो आपको पासबुक मिलेगी। उसके बाद आप नियम के हिसाब से पैसा जमा कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
बैंकों के नाम जिसमें आप खाता खोल सकते हैं
जो बैंक पीपीएफ योजना के तहत खाता खोलने के लिए अधिकृत हैं वे सुकन्या समृद्धी योजना के अंतर्गत खाता खोलने के लिए भी योग्य हैं। अधिकृत बैंकों का नाम निम्नलिखित है:
पैसा जमा करने की न्यूनतम और अधिकतम सीमा क्या है?
न्यूनतम राशि जो आप जमा कर सकते हैं वह है केवल 1000 रु (जुलाई 2018 से यह राशि 250 कर दी गयी है) और अधिकतम 1.5 लाख प्रति वर्ष। धन किसी भी मासिक या वार्षिक राशि में जमा किया जा सकता है लेकिन सीमा से अधिक या उससे नीचे नहीं जाना चाहिए।
आप इस खाते से कितना ब्याज प्राप्त कर सकते हैं?
इस खाते की ब्याज दर हर वर्ष बदलती रहती है जिसे फ्लोटिंग कहते है। 2015 में योजना शुरू होने के बाद शुरूआत में ब्याज दर 9.1% थी।
जमा अवधि क्या है?
आपको खाता खोलने की तिथि से 14 वर्ष तक धन जमा करना होगा इसका मतलब है कि अगर आपकी बेटी 6 साल की है तो आप उम्र के 20वें वर्ष तक पैसे जमा कर सकते हैं।
परिपक्वता अवधि क्या है?
खाता खोलने की तारीख से 21 साल बाद सुकन्या समृद्धी खाता परिपक्व हो जाएगा।
खाता कब बंद हो जाएगा?
खाता परिपक्वता के बाद बंद हो जाएगा लेकिन अगर आपकी बेटी खाते की परिपक्वता से पहले शादी कर लेती है तो खाता उस वर्ष ही बंद हो जाएगा।
क्या पूर्व-परिपक्व निकासी सुविधा है?
केवल एक आंशिक निकासी सुविधा है। आप जमा राशि का 50%, जब लड़की की उम्र 18 वर्ष की हो तो, उसके शिक्षा खर्च के लिए ले सकते हैं ।
शेष राशि खाते में जमा होगी और इसकी परिपक्वता अवधि तक चक्रवृद्धि ब्याज अर्जित करेगी।
कितने साल आप ब्याज़ ले सकते हैं?
आप किसी भी जमा राशि के बिना 14 से 21 वर्ष (जमा अवधि से परिपक्वता अवधि तक) ब्याज़ का आनंद ले सकते हैं।
कब आपको दंड मिल सकता है?
अगर आप न्यूनतम राशि अपने खाते में जमा करना भूल जाते हैं तो आपको दंड मिल सकता है और आपका खाता बंद कर दिया जाएगा। लेकिन घबराएं नहीं आप 50 रु का जुर्माना देकर खाते को दोबारा शुरू कर सकते हैं।
क्या खाता हस्तांतरण की सुविधा है?
हां, जब लड़की देश के किसी भी हिस्से में एक शहर से दूसरे स्थान पर जा रही हो तो खाते को स्थानांतरित किया जा सकता है।
इस खाते पर अर्जित ब्याज कर योग्य है?
इस खाते से अर्जित ब्याज को आयकर से 100% छूट दी गई है।
मृत्यु के मामले में क्या होगा?
दुर्भाग्य से जमाकर्ता की मृत्यु के मामले में ब्याज के साथ राशि को लड़की के परिवार को वापस कर दिया जाएगा या इसे नये अंशदान की आवश्यकता के बिना परिपक्वता तक खाते में रखा जाएगा।
लड़की की मृत्यु के मामले में खाता तुरंत बंद हो जाएगा और खाते खोलते समय घोषित अभिभावक / नामित व्यक्ति को ब्याज के साथ शेष राशि वापस होगी।
क्या खाता खोलने की सुविधा एनआरआई के लिए भी है?
इस खाते को खोलने के लिए अनिवासी भारतीय (एनआरआई) के लिए कोई गुंजाइश नहीं है लेकिन अभी तक इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।
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