जन्म लेने के साथ ही हम कई रिश्तों से जुड़ जाते है, इनमें माता-पिता, भाई-बहन मुख्य रुप से शामिल होते है। जैसे-जैसे हम बड़े होते है कई और रिश्ते हमसे जुड़ते चले जाते है। इन्ही रिश्तों में एक रिश्ता प्यार का होता है, जो कि भावात्मक रूप से भी जुड़ा होता है। प्यार हमें एक अलग ही एहसास की ओर ले जाता है। हर कोई अपने की खोज करता है और उसे पा लेना चाहता है।
प्यार उस व्यक्ति को अलग ही दुनिया का एहसास कराता है। जब कोई अपने प्यार को पा लेता है तो वो अलग ही दुनिया का अनुभव करता है। वह बस अपने इन एहसासों में खोये रहना चाहता है क्योंकि ऐसी अनुभूती उसे पहले कभी नहीं हुई होती है, और जब वो अपने प्यार से बिछड़ता है तो वह खुद को बहुत टूटा हुआ और अधुरा महसूस करता है। वह अपने बिछड़े प्यार के बारे में हमेशा सोचता रहता है और वह डिप्रेशन की ओर जाने लगता है।
उस व्यक्ति से बिछड़ने के बाद आप खुद इतना बिखर जाते है कि भावनात्मक रूप से आप खुद से कभी जुड़ ही नही पाते है और आप डिप्रेशन की ओर चले जाते है। आपको इनसे उभरकर खुद को संभालना और अपना ख्याल रखना होगा। आपको अपना भावनात्मक जुड़ाव अपने परिवार और दोस्तों के साथ रखकर अपने आपको खुश रखने का प्रयास करना होगा। इसलिए आप अपनों के साथ खुद को खुश रखने की कोशिश करें। स्काटीस कामेडियन ‘डेनियल स्लोस’ के नेटफ्लिक्स विशेष आरा (Jigsaw) में कहा है कि ‘यदि कोई अपने आप को 20 प्रतिशत प्यार करता है तो उसे दुसरों से 30 प्रतिशत प्यार मिलता है’ इसलिए आप स्वयं को अपना प्यार दें और अपना ख्याल रखें।
खुद के प्रति प्यार दिखाना और अपना अच्छे से ख्याल रखना, समाज में एक बहुत बड़ा टैबु है। क्योंकि औरों की नजर में इसे एक स्वार्थी के रूप में देखा जाता है। दुनियां में हर प्राणी को खुद से प्यार करने और अपना ख्याल रखने का हक है। अतः आप अपना ख्याल रखें और अपनों की अच्छे से देखभाल करें।
ब्रेकअप के बाद हर समय आप खुद को अकेला रखना चाहते है जिससे कि आप अपनी ही वास्तविकता से दूर रहते है। यदि आपका कोई मित्र प्लान रद्द कर देता है या वह अपने काम में व्यस्त रहता है तो आपको इससे डरना नही चाहिए। आप खुद में एक मजेदार, कूल, जीवंत इंसान है, आप खुद के साथ ही अपना समय क्यों नही बिताते है। आप अपने साथ समय बिताने के लिए समय निकालें।
आपको पता है कि आपको क्या पसंद है, आपकी नापसंद क्या है और आपके विचार क्या है। यदि आप खुद को अच्छी तरह समझते है तो आप खुद ही अपने एक अच्छे साथी है। इसलिए, अपने जीवन का इतना सारा समय विभिन्न भुमिकाओं (मित्र, सहकर्मी, बेटी/बेटा, माता-पिता और पति/पत्नि) में आपको बिताना है, तो आप अपने लिए कुछ समय दें और अपने को खुश रखें।
आप अपना अधिकांश समय और उर्जा रोज के कार्यों, अन्य भौतिक क्रियाओं, में ही खर्च कर देते है, लेकिन जैसे ही आप खुद के लिए ज्यादा समय बिताने की सोचते है तब आपको एहसास होता है कि आप इनमे से किसी के लिए नही बने हैं। आप कभी शर्मीले तो कभी अजीब सा व्यवहार करते है, एक दिन आप खुद को मदर टेरेसा जैसा महसूस करते है तो अगले ही दिन आपको ऐसा नही लगता है। आप सुन्दर, कुरुप या सेक्सी हो सकते है लेकिन किसी पुरानी घटना या बुरे अनुभव के कारण, आप खुद को उसका दोषी मानने लगते है। लेकिन आप इनमें से कोई भी नही है और आपको इसे भुलाने की आवश्यकता है।
वर्तमान प्रवृत्ति में समाज का मानक एक धोखा जैसी है, जिसमें कोई भी फिट नही बैठता है और आप सोचते है कि आप इसमें फिट है। जो लोग खुद को योग्य और सबसे सुन्दर आदि समझते है, वो सभी खुद को ही धोखा दे रहे है। आपके अन्दर जो भी अनुभव मौजूद है वही आपके आज को संवारते है।
हर चीज के लिए आप खुद की सराहना करें, यह फर्क नही पड़ता कि वो अपरंपरागत हो सकती है। आपके मन में जो भी पुरानी बातें है आप उसे अपने समुद्र जैसे मन में छोटी लहरों की तरह खो जानें दें। बचपन से आज तक की सारी बुरी बातों को भुलाकर आप आज के लिए जिए, जीवन का यह तथ्य है कि केवल आप ही खुद को इस ब्रहमांड में अलग साबित करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
परिवार और मित्रों के साथ छुट्टियों पर जाना आपके लिए बहुत अच्छा होता है, अपने साथी के साथ यात्रा पर जाना रोमांश से भरा होता है, लोकिन अकेले ट्रिप पर जाना आपके लिए एक अलग रोमांच और अनुभव देता है। आत्म-खोज, सशक्तिकरण और आनंद कुछ सामान्य विशेषण है, जो आपको एकल यात्रा करने से इस अनुभव की प्राप्ति होती है। अकेले यात्रा में अपके होटल के कमरे का किंग साइज का बिस्तर, आपकी यात्रा के सारे कार्यक्रम आपकी अपनी रूचि के होते हैं, और स्थानीय लोगों से बातचीत आपके लिए जादुई अनुभव और एक नई सीख जैसा होता है।
अधिक काम करने के कारण आपके दिमाग का तनाव बढ़ता है, और आप पूरी तरह से अपने साथी को प्यार और समय नहीं दे पाते, जो आपको बहुत प्यार और प्रोत्साहित करते है। इसलिए एकल यात्रा की योजना बनाने में खुद को गिल्टी और स्वार्थी महसूस न करें, आप ऐसे नही है। इसका मतलब यह बिलकुल नही है कि आप अपने परिवार या अपने साथी के साथ छुट्टीयों में घुमना पसंद नहीं करते हैं।
हमारे सामाज में किसी से तुलना करने का प्रचलन बहुत पुराना है, चाहे वह हमारे स्कूल के ग्रेडिग प्रणाली हो या फिर एक निराश माता-पिता जो हर बात में अपने बच्चे की तुलना अपने पड़ोसी के बच्चे से करते है। हमारी पूरी स्कूल की प्रणाली इस बात पर आधारित होती है कि किसने ज्यादा मार्क्स पाया, किसनें अधिक सुधार किया। दुसरों को हराना ही हमारे समाज में विचार बन गया है। ऐसी ही तुलना अब हमारी सुन्दरता के लिए भी होती है, पर इन सबका मापदंड समय के अनुसार बदलता रहता है। हर कोई उस लुक के मापदंड को पाने की कोशिश में लगा है, यदि आप उस लुक को पाने के लिए फिट नही होते है तो आपका किमती समय खुद पर दया के भाव के रुप में आपके मन में बैठ जाता है।
सफलता का एक लक्ष्य होना चाहिए, जहां जब हम अपने ग्रेड को देखते है तो वही आप अपने पिछले परिणाम के साथ इसका मूल्यांकन करते है। इसमें आप यह देखनें की कोशिश करें कि आपने पिछले सेमेस्टर से बेहतर किया है या नहीं, यदि आपने किया है तो आप खुद को श्रेय दें भले ही आपने कक्षा में टॉप न किया हो, यदि आपने खराब किया है तो यह पता लगाने की कोशिश करें कि आपने क्या गलत किया है, और आप उस गलती को बेहतर बनाने की कोशिश करें। यदि कल होने वाले उस फुंसी को आप आइनें में देखतें है कि वह गया या नहीं, यदि वह चला गया तो, आप खुश हो जाइए कि कल के मुकाबले आपकी त्वचा साफ और स्वस्थ है, यदि नही है तो आप सोंचे कि उसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
किसी से बात करना हर दिन आपको बेहतर और आपको अच्छे संस्करण देने की कोशिश करता है। खुद से प्रेम की अक्सर आलोचना की जाती है, क्योंकि लोगों को लगता है कि आपको खुद पर बहुत गुमान है। आपको सच्चाई से बेखबर रहने की जरूरत नही हैं, यदि आप खुद से प्यार करते है तो आप हमेशा सिखने के लिए तैयार रहें, आगे बढ़ने के लिए तैयार रहें और अपने को बेहतर साबित करें, आपको किसी और के जैसा नहीं आप खुद में बेहतर बनें। आप सबसे अलग है, युनिक हैं, आपका दिमाग हो या आपके विचार सभी अमूल्य हैं, आप किसी और से खुद की तुलना न करें, ऐसा करना आपके लिए नुकसान दायक हो सकता है।
नकारात्मक विचार आपके आत्म-मूल्य और आत्मविश्वास को नष्ट कर देते है। इनके लिए आपके दिमाग में कोई जगह नही होनी चाहिए, आप इससे दूर ही रहें। जब आपका दिमाग नकारात्मक विचारों से भरा होता है तो यह आपके आस-पास के वातावरण को प्रभावित करता है, यदि एक मित्र आपके साथ कही जाने से मना कर देता है, तो इसका मतलब यह नहीं कि वह आपके साथ समय बिताना नहीं चाहता, आपका साथी भी अगर सप्ताह के अंत में काम कर रहा होता है तो इसका अर्थ यह नहीं कि वह आपको अनदेखा कर रहा है।
आपके दिमाग के अन्दर की नकारात्मक आवाज आपको यह बताती है कि आपके पास यह चीज नहीं है, और आपको खुद से प्यार करने और खुश रहने से रोकती है। यदि आप परेशानियों का सामना कर रहें है तो इन्हें अपने दिमाग से दूर रखने की कोशिश करें, और सकारात्मक चीजों के बारे में सोंचे और अपनी रोजमर्रा जिन्दगी में सकारात्मकता को बढ़ावा दें। खुद को अपनी नकारात्मकता के नीचे न आने दें।
आमतौर पर हम सभी की एक दिनचर्या होती है और हम सब इसका पालन करते हैं लेकिन कभी-कभी आपको इन नियमों से हटकर कुछ अलग करना चाहिए। हर रोज एक ही दिनचर्या का पालन करने से आप बोर हो जाते है और यही आपके अवसाद का कारण बनता है। इसलिए आप हमेशा अपनी दिनचर्या में बदलाव करते रहें और कुछ नये रोमांच और अपनी पसंद का कुछ समय बिताए।
इसके लिए आप नृत्य कक्षाओं में भी जा सकते है, यह आपको फिट रखती है और मेरा विश्वास है कि यह आपको तरोताजा महसूस कराएगी। आपको पूर्णता के साथ नृत्य करने की आवश्यकता नहीं है बस आप इसका आप आनंद लें। आप जितना खुश रहेंगे आपको खुद से उतना ही प्यार होगा और आपको दुसरों के साथ की जरुरत महसूस नहीं होगी।
आपको एक आलमारी बनानी चाहिए और वहां अपनी उपलब्धियों, पुरस्कारों और कुछ तस्वीरें लगानी चाहिए, जिसे देख आपके चेहरे पर प्राकृतिक मुस्कान मिले और जिसे देखकर आपके आत्म विश्वास को बढ़ावा मिले फिर आपको खुद से और अधिक लगाव होने लगेगा ।
प्रशंसा एक ऐसी चीज है जो सबको अच्छी लगती है, हमें प्रशंसा पाना पसंद है और जब आप अपनी सभी उपलब्धियों को देखते है तो आप खुद को अलग महसूस करते है और तब आप खुद से अधिक लगाव महसूस करेंगे।
हमेशा कुछ नई चीजों को करनें की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि हम नहीं जानते हैं कि हमारे भीतर सबसे अच्छा क्या है। इसलिए आप अपने अंदर के शौक को समय दें और नयी चीजों को जानने की कोशिश करें। संसार में बहुत सी चीजें सिखने और करने के लिए है। मैं केवल गानें, नाचनें या कलाकारी की बात नहीं कर रहा हूँ।
आप किसी कुम्हार से सीख सकते है कि कितनी खुबसूरती के साथ वह मिट्टी के विभिन्न बर्तनों को बनाता है, या जब आप एक अनाथालय में अपना साप्ताहिक समय बिताएं तब आप महसूस करेंगे कि आप उन लोगों से कितने भाग्यशाली हैं। जिन लोगों को खुद से लगाव होता है उनमें एक अद्भुत आंतरिक शक्ति होती है, और आप ऐसी छोटी-छोटी चीजें करके भी कुछ अलग कर सकते हैं।
जीवन केवल पैसे और सम्पत्ति बनाने के लिए नहीं है, कभी-कभी छोटी चीजें और घटना भी आपको बहुत खुशी देती है। आप जितने खुश होगें दुनिया आपको उतनी ही खुबसूरत दिखाई देगी और लोग उतना ही आपकी संगती में रहना पसंद करेंगे।
यह आपकी पसंद है कि आप सोना चाहते है या खाना। आपको जो भी पसंद हो वही करें लेकिन साथ ही आप अपने स्वास्थ्य और मानसिक फिटनेस पर भी अवश्य ध्यान दें। आमतौर पर लोग कहते है कि यह कोई मायनें नही रखता कि आप कैसे दिखतें है या कैसे बोलते हैं, लेकिन यहां हर कोई अच्छा दिखना चाहता है। जैसे कि आप दुकानदारी के लिए जाते है तो आप अपने लिए एक अच्छे कपड़े का चुनाव करते है ताकी आप उन कपड़ों में अच्छे दिखें। दरअसल आपके अच्छे कपड़े पहनने से और अच्छा दिखने के कारण आपका आत्मविश्वास बढ़ता है, इसलिए आप अपने खानें पर भी ध्यान दें और किसी बूरी आदत को न अपनाए।
यदि आप मोटे दिखते है तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है, इसलिए हो सके तो अपना कुछ समय जिम में बिताएं। यदि जिम आपकी पहुच से बाहर है तो आप इन्टरनेट पर जाए और वहा सर्च करें, आपको मोटापा कम करने के बहुत सारे लेख और विडियो मिल जायेंगे। मेरा विश्वास किजिए यदि आप इनमें से कुछ का पालन करेंगे तो आपको परिणाम अवश्य मिलेगा। इसी तरह यदि आपके पास बाल कम हो तो आप फ्लेयर हेयर कट करवा सकते है।
आजकल हर चीजों का एक हल होता है, मेरे हाथ के नाखुन जो किसी भी प्रकार से अच्छे नहीं दिखते थे लेकिन हाल ही में मैनें इनको बढ़ाया और अब मुझे हमेशा अपने नाखुनों के कारण प्रशंसा मिलती है। सब कुछ संभव है और सबका एक हल है बस आपको कुछ नया सोचने की जरुरत है, आप अपनी आशा कभी न खोएं। इन सभी वजह से आपको खुद का ख्याल रखने की प्रेरणा मिलेगी।
क्या आपको कभी ऐसा लगा है कि आप खुद को दुसरों से कमतर (हीन) महसूस करते है? यह आपकी व्यक्तिगत सोच और विश्वास करने के कारण होती है। यह आप पर निर्भर करता है कि आप अच्छे और बूरे के बीच कैसे भेदभाव करते है, क्योंकि नकारात्मक सोच आपके दिल में होती हैं।
आपने दिल को बेवकूफ बनाना और तार्किक रूप से सोचना आपके लिए बहुत आवश्यक है। यदि आप अपने दिल के सामने अच्छे तर्क और तथ्य पेश करते है तो यह हमेशा आपके लिए अच्छा होगा और आप अकेला और तनाव महसूस नही करेंगे। यह कहना तो बहुत आसान होता है पर इसे करना बहुत ही मुश्किल होता है, इसलिए इन ट्रिक्स के अलावा आप अपने दिन की शुरुआत सकारात्मक सोच के साथ करें और अपने हर दिन को अच्छा बनाएं। आप खुद से और दुसरे भी आपसे प्यार करने लगेंगे।
आप जो भी अपने अन्दर महसूस करते है उसे कहना बहुत जरुरी है, इसका मतलब है की आप इसे लिखे या रोये या किसी ऐसे व्यक्ति से व्यक्त करें जो आपकी बातों को रहस्य रखता है। लिखने के बाद हम अच्छा महसूस करते है, इसलिए आप अपनी भावनाओं को अपनी डायरी में व्यक्त करें। किसी-किसी को दूसरों से बात करने के बाद अच्छा महसूस होता है। यदि आप रोना चाहते है तो रोयें क्योंकि जब आप रोते है तो आपकी समस्या या दुख आसुओं के रूप बाहर निकल जाती है। इसलिए आपको जो भी पसंद है आप वो करें ऐसा करने से आप खुद में अच्छा महसूस करेंगे और यह करने के बाद आपको आराम मिलेगा।
आमतौर पर लोग प्यार में अपने कमरे को बड़े प्यार से सजाते है। वो अपने प्रियजनों की तस्विरें, बहुत सारे उपहार, कार्ड आदि जैसी अन्य चीजों को यादों के रूप में सजाते है। इसलिए सबसे पहले उन सभी यादों को हटा दें और अपने कमरे को फिर से व्यवस्थित करें। इससे आपको बहुत मदद मिलेगी। आप उनकी कोई तस्वीर या ऐसी चीज न रखें जो आपको उन सब चीजों की याद दिलाती है। इससे उन्हें भुलाने में आपको मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
आप अपने हर आवेग, हर बुरी आदत, हर बुरी पसंद और अपने शर्मनाक रहस्य, अपनी सारी गन्दी चीजों को खुद से दूर करें और अपने अन्दर की सारी अच्छाई को अपनाएं। खुद का ख्याल रखना अपने लिए कोई कदम से कदम मिलाकर चलने वाला कार्यक्रम नही है। यह सब योग्यता आपको दिखाता है कि आप खुद को कितना चाहते है और आप अपने लिए आगे बढ़ने की कोशिश करते है। 30 प्रतिशत प्यार के लिए समझौता न करें आप खुद से 100 प्रतिशत प्यार करें, और अपने जीवन में भी लोगों से यही उम्मीद रखें। ब्रेकअप आपका अन्त नहीं है, यह एक अच्छा तरीका है खुद को अच्छें से जानने का और जब आप खुद से प्यार करने लगेंगे तो आप कभी दुखी नही होगा।