आप एक बच्चे हो या अच्छी तरह से विकसित व्यक्ति, हम सभी के मूड में उतार चढ़ाव होता रहता है। जीवन के कई चरण होते हैं, जैसे बचपन, वयस्कता इत्यादि। सभी चरण में अलग-अलग परेशानी और कठिनाई होती है। यह आपके उपर है कि आप उनसे कैसे तालमेल बिठाते है। जब आप बड़े होते है तो सोचते है कि स्कूल के दिनों में कितना मज़ा था और आप उन दिनों को बहुत याद करते है। लेकिन जब आप स्कूल में थे तो वही आपको बोझ लगता था।
यह मानव प्रवृत्ति होती है जो कि वह हर समय एक जैसा महसूस नहीं करता हैं। कुछ दिन आपके बहुत अच्छे तो कुछ बुरे दिन गुजरते है। हम हर रोज वही दिनचर्या अपनाते है, रोज एक जैसा ही कार्य करते है, फिर भी हमारे आसपास कुछ सकारात्मक वाइब्स होते है जो हमें अच्छा महसूस करवाते है। लेकिन कुछ ऐसे भी दिन होते है जब हमारा मूड खराब होता है, और हमारे साथ कुछ बुरा होता है जो कि हमें यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि आखिर हमारे साथ ऐसा क्यों हो रहा है।
इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं और इनमें से सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख कारण अवसाद (डिप्रेशन) हो सकता है। जैसा कि हम जानते है कि डिप्रेशन हमारे दिमाग को प्रभावित करता है, जब हम अपने आप को कम आकते है और खुद को उदास महसूस करने लगते है। यह मन के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक स्थिति पर भी असर करता है, भूख में कमी, मतली, थकान इत्यादि डिप्रेशन के कुछ महत्वपूर्ण लक्षण हो सकते हैं। यह आपकी अवस्था और स्थिति के अनुसार कई प्रकार के हो सकते है, एक गर्भवती महिला भी डिप्रेशन महसूस कर सकती है और स्कूल जाता एक बच्चा भी। अवसाद के अलावा, मैंने नीचे इस प्रकार की नकारात्मक भावना के पीछे कुछ अन्य प्रमुख कारणों का उल्लेख किया है।
दुखी महसूस करने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, मैने एक-एक करके यहां उसकी चर्चा की है। बिना किसी कारण के आप दिल पर भारी और एक प्रकार का बोझ महसूस करते है। और जब आप रोते है तो अच्छा महसूस करते है क्योंकि आपके दिल का बोझ आंसुओं के रूप में बाहर निकल जाता है।
जब कभी मौसम सुहाना होता है तो ऐसा बहुत कम ही होता है कि आप उदास या दुखी महसूस करें। दरअसल, एक गहरा और बादलों वाला दिन आपके मूड को खराब कर सकता है। एक शोध में यह पता चला है कि सर्दियों के मौसम में ठंड की वजह से लोग उदास महसूस करते है। यही उदासी आपके डिप्रेशन का संकेत है और एक उदास व्यक्ति बिना किसी कारण के डिप्रेशन महसूस करता है। एक विषम दिन या मौसम में लोग घरों में फस जाते है और यह भी डिप्रेशन का एक कारण हो सकता है। औरतों में इस तरह का डिप्रेशन आमतौर पर देखा जा सकता है।
हम सभी एक दूसरे से दिखने, उर्जा स्तर, आदि में भिन्न होते हैं। उसी प्रकार हमारी मानसिक स्थिति भी अलग होती हैं। हमारे मस्तिष्क अलग-अलग स्तर के होते है और हम सभी अलग स्तर की समझ रखते है। इसी प्रकार हमारे मस्तिष्क में अलग तरीके के न्यूरोट्रांसमीटर होते हैं जैसे कि नॉरइपेनेफ्रिन, सेरोटोनिन, इत्यादि और जब ये न्यूरोट्रांसमीटर असंतुलित हो जाते हैं तो यही उदासी और डिप्रेशन की वजह बनती है जो कि हमें उदास मनोदशा की ओर ले जाती है।
कभी-कभी किसी तरह का दर्द भी हमें उदास या तनावग्रस्त कर देता है। हम केवल शारीरिक दर्द के बारे में नहीं बल्कि मस्तिष्क फिटनेस के बारे में भी बात कर रहे हैं। इसका कारण एक बुरा दिन या कोई भयानक याद भी हो सकती है। इसलिए सबसे पहले आप खुद को और इसके पिछे के प्रमुख कारणों का विश्लेषण करना आवश्यक है। कभी-कभी हम अपने भाव और कुछ बुरे क्षणों को जिसका सामना हमने किया हो किसी के साथ साझा नहीं करते हैं और यह हमारी परेशानी का कारण बन सकती है। हार्मोनल असंतुलन के कारण हमारी मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है जो हमारी अनचाही परेशानी और दर्द का कारण हो सकती है।
हम जो भी महसूस करते हैं सब हार्मोन के कारण होता है, जैसे कि हंसना, रोना, बढ़ना, इत्यादि। जिन्दगी के कुछ अलग चरण हो सकते है जैसे गर्भावस्ता, वयस्कता, रजोनिवृत्ति, इत्यादि। एक महिला अपने पीरियड के दौरान हार्मोनल बदलाव महसूस करती है और यह उसके उदासी का कारण हो सकती है। वह एक ही समय में दुख और अप्रसन्न दोंना महसूस कर सकती है। इसलिए लड़कियां न केवल पीरियड के दौरान बल्कि गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के समय भी वह दुखी महसूस कर सकती है। और कभी-कभी यह आपके डिप्रेशन का कारण हो सकता है, इसलिए स्थिति बिगड़ने से पहले आप डॉक्टर की सलाह लें। इस तरह के हार्मोनल चेंज से निपटने के लिए कई तरह की दवाएं उपलब्ध होती हैं।
तनाव एक मूक (चुप) हत्यारा है और दिखने में यह बहुत बड़ा नहीं होता पर परेशानी का बहुत बड़ा कारण हो सकता है। कई बीमारियां तनाव के कारण होती हैं और इसके कारण आपका मूड खराब हो सकता है। तनाव केवल आपके मूड को ही निशाना नहीं बनाता बल्कि यह आपके स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। इसलिए जब भी आपको लगता है कि आप फिट है इसका मतलब ये नहीं की आप सच में फिट हैं, आपको मानसिक स्थिति को भी फिट रखना पड़ेगा। मानसिक बीमारी आपकी जान भी ले सकती है और यह बहुत आसान है। अतः आप जब भी ऐसा महसूस करे आप अपने डॉक्टर से सलाह लें और गतिविधियों से तनाव को कम करने की कोशिश करें।
यह संभव है कि आपके गलत सोने की आदत आपको दुखी या डिप्रेश महसूस करवा सकती है। डिप्रेशन का कारण या तो आपको कम या अधिक या न सोने की वजह से हो सकती है। यदि आपके साथ ऐसा हो रहा हैं तो आप डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
कभी-कभी हम देर रात तक चैट करते हैं और रात में अन्य काम करते हैं, और इसकी वजह से हम कम सो पाते हैं। यह आपके दिनचर्या को बदल कर आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। एक सामान्य व्यक्ति को कम से कम सात से आठ घंटे सोना चाहिए। यदि वह कम सोता है तो वह इससे प्रभावित हो सकता है। गलत सोने का तरीका आपके दुख और चिड़चिड़ेपन का कारण हो सकता है, इसलिए आप नींद को उपेक्षा न करें।
यह संभव है कि जब हम फ्री होते हैं तो कई चीजों के बारे में सोचते हैं। हम जीवन की हर संभावनाओं के बारे में सोचते हैं और यह जरूरी नहीं कि सबके सोचने का तरीका एक जैसा हो। हम सभी दिखने में, बैकं बैलेंस, इत्यादि में भिन्न होते हैं। कभी-कभी हम दूसरों से अपनी तुलना करके अपने को दुखी करते हैं और यह बात भी हमें दुखी कर सकता है। इसलिए आप खुद को व्यस्त रखे और अन्य किसी बातों के बारे में ज्यादा न सोचे क्योंकि यह आपके लिए बेकार की परेशानी का कारण बन सकता है।
आपके बुरे मूड के पीछे कोई कारण हो सकता है या कोई भी कारण नहीं हो सकता है। वह कारण कुछ भी हो सकता है, तो आप सामान्य रहे क्योंकि आप जितना रोएंगे या इसके प्रति जितनी चिंता दिखाएंगे उतना ही इससे प्रभावित होंगे। स्थिर होकर सही कारण का पता करें। कभी-कभी युवा ऐसा व्यवहार करते हैं, क्योंकि वो सोशल मीडिया या अन्य कनेक्टिंग मीडिया की बातों को वो भुला नहीं पाते हैं।
आप अपने आसपास सकारात्मकता को बढ़ा कर अपने खराब मूड को ठीक कर सकते हैं। कुछ प्रेरणादायी भाषणों को सुने और इंटरनेट पर सकारात्मक विचारों को सुने, जो आपके लिए सहायक होंगी और आप खुद को सकारात्मक लोगों के बीच रखें। आमतौर पर हम सभी के पास कुछ ऐसे लोगों की संपर्क सूची होती हैं जो हमेशा सकारात्मक होते हैं और वो आपको अच्छी चीजों का सुझाव दे सकते हैं। आप बस उनके पास जाओं और सामान्य व्यवहार करें, यह आपको आराम देगा।
आमतौर पर हम इसलिए बुरा महसूस करते है जब हम खाली बैठे होते हैं और बेकार की बिना मतलब की बातों को सोचते हैं। जब आप खुद को अन्य चीजों में व्यस्त रखेंगे तब आपका दिमाग इस प्रकार की बातों को सोचना बंद कर देंगी। व्यायाम आपको अच्छा और आपके दिमाग को ताजा रखता है। हमारे दिमाग को एक उपयुक्त मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और ऑक्सीजन की कमी के कारण यह ठीक से काम नहीं करता है और इससे कुछ नकारात्मक विचार आ सकते हैं। इसलिए आप कोई व्यायाम कर मन को अच्छा और खराब मूड से खुद को दूर रखें।
चॉकलेट में अद्भुत मनोदशा बढ़ाने के फायदे होते हैं और जो आपका मूड तुरंत हल्का कर देता हैं। इसमें मौजूद सेरोटोनिन आपके मन को अच्छा करने में सहायक होता है। आमतौर पर हम में से कई लोग जब भी दुखी होते हैं तो खाते हैं, इसलिए बेहतर परिणाम के लिए हमें चॉकलेट खाना चाहिए।
यह संभव है कि आप किसी असुरक्षित हीन भावना के चलते दुखी महसूस कर रहे हो। यह तब संभव है जब आप खुद को किसी से तुलना करते हैं। यह भी संभव है कि कोई बहुत सुन्दर हो लेकिन उसकी तुलना केवल खूबसूरती से नहीं की जा सकती है, बल्कि उसकी तुलना उसके पढ़ाई, पारिवारिक स्थिति, बातचीत का तरीका से भी करनी चाहिए और मुझे यकिन है कि आप एक बिन्दु पर अवश्य सफल होंगे। इसका ये मतलब है कि सभी में कुछ विशेष गुण अवश्य होते है, इसलिए कभी भी खुद की तुलना किसी और से नहीं करनी चाहिए। कभी-कभी लोग उस तरह का दिखावा या व्यवहार करते हैं जो कि वो वास्तव में नहीं होते हैं। इसलिए आप नकली लोगों से दूर रहें और आश्वस्त रहें और इससे आप हमेशा खुश रहेंगे।
उदासी महसूस करने के कई कारण हो सकते है और इनमें से एक अवसाद भी हो सकता है। किसी भी तरह के बुरे मूड से निपटने के लिए अपने आप को उजाले में रखे क्योंकि सूरज की किरणें सकारात्मक भाव लाती है, और हमारे खराब मूड को बदल देती है। यहां तक की एक डिप्रेशन वाले मरीज को रोशनी वाले कमरे में रहने की सलाह दी जाती है जहां सूरज की रोशनी आसानी से आ सकती हो। यह किरणें आपको आराम महसूस करवाती हैं और आपके मूड को अच्छा रखती हैं। यही कारण है कि हम सर्दीयों और बारीश के दिनों में उदासी और परेशानी महसूस करते हैं।
पालतू जानवर होने से आपके मूड में सुधार हो सकता है, पालतू जानवरों में से सबसे आम और प्रसिद्ध जानवर कुत्ता होता है। यह पता चला है कि ये मानव की भावनाओं को आसानी से समझते हैं और अलग-अलग करतब करते हैं जिससे खुद-ब-खुद आपके चेहरे पर हंसी आ जाती है। आप बिल्ली, खरगोश, तोता, आदि जो आपको पसंद हो पाल सकते हैं। ये पालतू जानवर आपको व्यस्त रखते हैं और बिना शिकायत किए ये आपको हर दिन खुश रख सकते हैं।
यह संभव है कि आप किसी समस्या का सामना कर रहे हो, अतः आप इसका विश्लेषण करें कि इस समस्या के कारण आपकी सबसे खराब स्थिति क्या हो सकती है। जब आप इसका विश्लेषण करेंगे तो आप उस विश्लेषण के अनुसार अपने दिमाग को उँचा कर उसके परिणाम तक पहुँच सकते है। जब आप उसके परिणाम को जान लेंगे तो इसके लिए आप ज्यादा चिंतित नहीं होंगे। उदाहरण के लिए यह कि जब आप अपने परीक्षाओं की तैयारी अच्छे से नहीं की है तो आप उसके परिणाम को लेकर ज्यादा बुरा महसूस नहीं करते हैं। क्योकि आपका दिमाग उसके लिए पहले से ही तैयार हो जाता हैं।
जब आपके जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा हो तो आप कुछ अच्छे कामों के लिए अपना कदम बढ़ाए और अपना कुछ समय दान में दे। साधारण रूप से आपको दूसरों की मदद करके एक अलग तरह की संतुष्टि महसूस होती है और आप अपनी सारी चिंताओं को भुला देते हैं और खुद में अच्छा महसूस करते हैं। दूसरों की मदद करने से आपकी कर्म क्षमता बढ़ती है और आपके जीवन में सकारात्मकता भी बढ़ती है।
आप अपने कमरे में अपनी कुछ खूबसूरत यादों के लिए जगह अवश्य रखें, क्योंकि इनसे आपके चेहरे पर मुस्कान लाने में आपको मदद मिलती हैं। कभी-कभी हम अपने माता-पिता और अन्य प्रीयजनों जिनसे हम प्यार करते है उनके लिए जीते हैं। तब जब वो खुश रहते हैं तो हम भी खुशी महसूस करते हैं, इसलिए आपकी तस्वीर उनके साथ हैं और जब भी आप खुद को उदास महसूस करें तो उस तस्वीर को देखे और याद करें कि वह समय कितना खूबसूरत और अच्छा था।
निष्कर्ष
ये जिन्दगी आपको विभिन्न प्रकार की परिस्थितियां दिखाता है, कभी-कभी यह आपको शिखर तक ले जाता है और दूसरे ही पल यह आपको समुद्र की गहराई में गिरा देता है। इसलिए आप ध्यान करें क्योंकि मैंने कई उल्लेख में इसको इसलिए मेन्सन किया है कि यह अपके जीवन के संतुलन को जोड़ता है। हमें कभी भी ज्यादा दुखी या बहुत खुश नहीं होना चाहिए क्योंकि लम्बे समय तक के लिए कुछ भी नहीं होता है। यदि आज आपकी स्थिति खराब है तो यह हमेशा के लिए नहीं हो सकता है। इस दुनियां में सभी चीज नश्वर है, इसलिए आप अपनी चिन्ताओं को भूला कर अपने जीवन का आनंद लें।