जो हो गया सो हो गया, उसे भूल जाइये
दूरी को दूर किजिए, नजदीक आईये।
अपनो की बात अपनो मे रह जाये तो अच्छा,
हमराज हो तो राज को दिल में छुपाईये
दूरी को दूर किजिए, नजदीक आईये।
ऐसे तो छुप के बैठना, मुमकिन नही होगा
शर्माना आप छोड़ दिजिए, पर्दा हटाईये
दूरी को दूर किजिए, नजदीक आईये।
कितना है मोहब्बत मुझे, एहसास किजिए
कुछ तो भरोसा आप अपने दिन पे लाइये
दूरी को दूर किजिए, नजदीक आईये।
हम जानते हैं आपको जो दर्द हुआ
उस दर्द को भी सह के जरा मुस्कुराइये
दूरी को दूर किजिए, नजदीक आईये।
कोई नही है फायदा टकरार से नन्दू
अपना समझ के आप ही उनको मनाइये
दूरी को दूर किजिए, नजदीक आईये।
जो हो गया सो हो गया, उसे भूल जाइये
दूरी को दूर किजिए, नजदीक आईये।
– नन्दू