(टेक) साकी तेरे शराब ने मुझे क्या सिला दिया
बर्बाद करके खाक में, हमको मिला दिया।
हम जा रहे थे तुमसे बहुत दूर साकिया
लेकर के नाम क्यूँ मेरा तूने बुला दिया ।। बर्बाद ।।
तौबा किया है मैने जरा कुछ तो सोचिए
साकी तूझे मना किया बेकार ला दिया ।। बर्बाद ।।
महफिल में तेरे आया हूँ, मुझको गरज नही,
हम चाहते नही उसे जिसको भुला दिया ।। बर्बाद ।।
क्यों जाम बनाया है मेरे नाम आप ने
ये तो वहि बला है जो दिल को जला दिया ।। बर्बाद ।।
रिन्दों न मचल जाये कहीं आज मेरा दिल,
भूले हुए थे याद क्यूँ, तूने दिला दिया ।। बर्बाद ।।
नन्दू न टूटता कभी जो तौबा था किया,
मुझको बुला के रिन्दों ने थोड़ा पिला दिया ।। बर्बाद ।।
साकी तेरे शराब ने मुझे क्या सिला दिया
बर्बाद करके खाक में, हमको मिला दिया।
– नन्दू