मित्रता मानव जीवन के महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक है। एक मित्र को परिभाषित करना बहुत ही मुश्किल है, पर हम यह कह सकते हैं कि मित्र वह व्यक्ति होता है, जिससे हम अपनी सुख-दुख ही हर बात साझा करते है। विश्व में ऐसी कई किस्से कहानियां और वास्तविक घटनाएं मौजूद है, जिनमें मित्रता के रिश्ते पर लोगो ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
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मित्रता सच्ची हो तो जान देती है, समुद्र में गिरे आंसू भी पहचान लेती है।
दोस्ती करो तो ऐसे निभाना, कि तुम्हारे दोस्ती की मिसाल दे सारा जमाना।
दुनिया में सबसे ज्यादा पवित्रता का रिश्ता, होता है दो दोस्तों में मित्रता का रिश्ता।
ऐ दोस्त ऐसी होनी चाहिए दोस्ती हमारी, जिस पर नाज करे ये दुनिया सारी।
दोस्ती की जड़ इतनी गहरी है, इस पर तो टिकी दुनिया सारी है।
मित्रता में कोई नियम नहीं होता, पर अच्छे मित्र बिना कोई जीवन नहीं होता।
किस्मत की एक अलग बात है, पर गम नहीं छू सकता जब तक मित्र साथ है।
सच्चे मित्र से बढ़ कर कोई धन नहीं, बिना मित्र के जो गुजरे वो जीवन नहीं।
दुनिया में सर्वविदित ये ज्ञान है, हमारी मित्रता ही हमारी पहचान है।
दोस्ती हर पल साथ निभाती है, ये गम में भी मुस्कुराना सिखाती है।
मित्रता सच्ची हो तो जान देती है, समुद्र में गिरे आंसू भी पहचान लेती है।
दुनिया में सर्वविदित ये ज्ञान है, हमारी मित्रता ही हमारी पहचान है।
हमे जान से भी ज्यादा प्यार करता है दोस्त, जो कोई नहीं करता वो हमारे लिए करता है दोस्त।
मित्रता को ना समझों तुम व्यर्थ, समझो वास्तव में क्या है इसका अर्थ।
मित्र परिवार से कम नही, जिसके हो सच्चे दोस्त उसे कोई गम नही।
मित्र को ना जाना तुम भूल, क्योंकि मित्रता है जीवन का मूल।
मित्रता है एक धर्म, इसे निभा कर पूरा करो अपने कर्म।
मित्रता नही देखती उंच-नीच का भेद, ना ही देखे यह जाति का विभेद।
मित्रता में नही छिपता कोई भेद, मित्र से अपने ह्रदय की बात बोलो मिटाओ सारे खेद।
मित्रता में नही रखना चाहिए हमें कोई स्वार्थ, क्योंकि मित्रता निभाने का कार्य है परमार्थ।
दोस्ती है वह बंधन, जिसमें मित्र करते है एक-दूसरे का अभिनंदन।
सच्चाई पर टिका है मित्रता का अस्तित्व, जिसका पालन करना है हम सब का दायित्व।
मित्रता का नही है कोई अंत, इसमें सबको खुशिया मिलती अनंत।
इतना आसान नही है सच्ची दोस्ती का निर्माण, ना जाने कितनों ने इस रिश्ते पर त्यागे अपने प्राण।
मित्र बिना है जीवन अपूर्ण, मित्रता का बंधन करता है जीवन को परिपूर्ण।
आज के समय में हो रहा है मित्रता का लोप, क्योंकि अब मित्र लगा रहे एक-दूसरे पर आरोप।
मित्रता की सबसे निराली है शान, लोगों को मिलता है इसमें अत्यधिक सम्मान।
मित्रता का नही है कोई मोल, यह रिश्ता है सबसे अनमोल।
मित्रता के विषय मे क्या कहना, इसके बिना है जीवन सूना।
मित्र के बिना जीवन की कल्पना करना भी असंभव है।
मित्र भले ही परिवार का हिस्सा ना हो पर वह परिवार के एक सदस्य से कम भी नही होता है।
दोस्ती दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक है।
परिस्थितियां हो चाहे कितनी भी विकट, मित्र होते हैं सदा सबसे निकट।
मित्रता का मोल लगाना विश्वासघात के समान है।
मित्रता है जीवन का दीप, जो सदा रहता है प्रदीप्त।
मित्रता में स्वार्थ है हराम, क्योंकि सदा मिलते है इसके विध्वसंक परिणाम।
बनाओ नये मित्र नित्य, नही तो फिर क्या है जीवन का औचित्य।
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