पर्यावरण हमारे पृथ्वी का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। पर्यावरण को वातावरण या उस स्थिति के रुप में परिभाषित किया जा सकता है, जिसके अंतर्गत सभी प्रकार के पेड़-पौधे, जीव-जन्तु और व्यक्ति आते हैं, इसके साथ ही पर्यावरण भौतिक दुनिया के सभी तत्वों और उनके परस्पर संबंधो को दर्शाता है। मानवीय गतिविधियों के कारण पर्यावरण को काफी हानि पहुंची है, इन्ही कारणों से उत्पन्न हुई तमाम तरह की समस्याओं के चलते ग्लोबल वार्मिंग जैसी भयावह समस्या भी उत्पन्न हो गयी है।
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आओ पर्यावरण को स्वच्छ बनाएं, एक भी गन्दगी न रहने पाए।
स्वच्छता को बनाएं अभियान, पर्यावरण का बढ़ाएं मान।
पर्यावरण में वृक्षों का भंडार, करता है पृथ्वी का श्रृंगार।
जब आस पास हरियाली होगी तो जीवन में खुशहाली होगी।
पर्यावरण को स्वच्छ बनाना है, इसकी रक्षा का फर्ज उठाना है।
प्रकृति की है अब यही पुकार, बंद करो पर्यावरण पर प्रहार।
हाथ मिलाओ आगे आओ, पर्यावरण को स्वच्छ बनाओ।
हमारी सुरक्षा का आवरण, साफ और हरा-भरा पर्यावरण।
पर्यावरण को बचाने का लगाएं तर्क, तभी पृथ्वी बनेगी स्वर्ग।
नष्ट करोगे पर्यावरण, तो होगा मानव जाति का हरण।
यदि पर्यावरण ही शोषित होगा, तो देश हमारा कुपोषित होगा।
पर्यावरण का साथ रहेगा तभी मानव आबाद रहेगा।
बंद करो वृक्षों की कटाई, पर्यावरण को इसने बहुत हानि पहुंचाई।
पर्यावरण को बचाने में अपना समर्थन दो, या पृथ्वी के विनाश को निमंत्रण दो।
जब हर मनुष्य करे वृक्षारोपण, तो क्यों दूषित हो पर्यावरण।
जब हम युवा हों एक साथ, तो प्रदुषण को देंगे मिल कर मात।
पर्यावरण का अत्यधिक दोहन, कही कर ना दे मनुष्य जाति का दहन।
हम सबका हो एक ही ध्येय, पर्यावरण को बचाना है हमारा कर्त्तव्य।
स्वच्छता को अपनायेंगे, पर्यावरण प्रदूषण को मिटायेंगे।
पर्यावरण स्वच्छता का नहीं कोई विकल्प, प्रदूषण को मिटाने का लेंगे संकल्प।
प्रदूषण को मिटाना है, समाज को स्वस्थ्य बनाना है।
प्रदूषण से लड़ेगा भारत, स्वच्छता की ओर आगे बढ़ेगा भारत।
जब प्रदूषण से हम करेंगे दो-दो हाथ, तभी संभव है सबका साथ सबका विकास।
पर्यावरण दिवस मनायेंगे, देश को स्वच्छ बनायेंगे।
पर्यावरण से नही करेंगे कोई समझौता, स्वच्छ बनायेंगे भारत अपना।
इस पाँच जून बस यही संकल्प, स्वच्छ भारत है बस पर्यावरण का विकल्प।
इस पर्यावरण दिवस यह प्रण लिया है, देश की स्वच्छता का निश्चय किया है।
इस वर्ष हमनें ठाना है, पर्यावरण को बचाना है।
पर्यावरण को बचाओ, विश्व को खुशहाल बनाओ।
पृथ्वी का पर्यावरण विशाल, स्वच्छता बनाकर इसे युहीं रखो खुशहाल।
पर्यावरण जननी है जीवन की, इसका सम्मान करो, यूँ हर तरफ कूड़ा फैलाकर ना इसका अपमान करो।
पर्यावरण सुरक्षा हमारा दायित्व, जिसे निभाना हमारा कर्तव्य।
पर्यावरण कर रहा पुकार, बंद करो पेड़ो को काटने का कार्य।
पेड़ लगाकर स्वच्छ भारत का सपना साकार करें, पर्यावरण को स्वस्थ्य बनाने के सपनो में रंग भरे।
पर्यावरण को बचाना है सबसे बड़ा कार्य, इसे ना पूरा किया तो सब है बेकार।
हर व्यक्ति का बस एक ही सपना, स्वच्छ बने भारत अपना।
हमारा है बस एक ही सपना, स्वच्छ बने पर्यावरण अपना।
देशवासियों ने ठाना है, पर्यावरण को स्वच्छ बनाना है।
जब पर्यावरण में हरियाली होगी, जीवन में खुशहाली होगी।
फैल रहा हर ओर ग्लोबल वार्मिंग का जाल, देखो पर्यावरण का क्या हो रहा है हाल।
पर्यावरण तन-मन, पर्यावरण जीवन।
पर्यावरण की यह छंटा निराली, जीवन में लाती है सबके खुशहाली।
पृथ्वी से मिला यह उपहार अनोखा, प्रदूषण फैलाकर ना दो पर्यावरण को धोखा।
ग्लोबल वार्मिंग की यह समस्या इतनी बड़ी हो गयी, पर्यावरण का रास्ता रोककर खड़ी हो गयी।
हम सब मिलकर वृक्ष लगायेंगे, पर्यावरण को स्वच्छ बनायेंगे।
पर्यावरण को स्वच्छ बनाकर ही सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
पर्यावरण समस्याओं पर यदि गंभीरतापूर्वक ध्यान नहीं दिया गया, तो एक दिन यह मानव जाति के विनाश का कारण बनेंगी।
पृथ्वी का है यह आवरण, जीवन के लिए जरुरी है पर्यावरण।
रतन है यह अनमोल, पर्यावरण का नहीं है कोई मोल।
जन-जन की है यही पुकार, पर्यावरण स्वच्छता का सपना हो साकार।
पर्यावरण वह धरोहर है जो हमें प्रकृति से मिली है, इसकी सुरक्षा हमारा कर्तव्य है।
पर्यावरण प्रकृति का वरदान, प्रदूषण फैलाकर ना करो इसका अपमान।
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