महिला सशक्तिकरण का संबंध महिलाओ के तरक्की और पुरुष प्रधान समाज में उन्हें बराबरी का स्थान दिलाने से है। विश्व भर में महिलाओं और पुरुषो की आबादी समान होते हुए भी उन्हे बराबर का सम्मान नही मिलता और यह समस्या सिर्फ भारत में ही नही अपितु पूरे विश्व में व्याप्त है। महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत शोषण के विरुद्ध आवाज उठाना और सामाजिक सम्मान जैसे प्रमुख मुद्दे आते है, जिन पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
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नही सहना है अत्याचार, महिला सशक्तिकरण का यही है मुख्य विचार।
महिला अबला नही सबला है, जीवन कैसे जीना यह उसका फैसला है।
महिलाओं को सशक्त करना है, मानवता में नया रंग भरना है।
महिलओं ने ठाना है, महिला सशक्तिकरण को अपनाना है।
महिलाएं देश को आगे बढ़ाती है, समाज को तरक्की के राह पर लाती है।
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महिलायें आगे बढ़ रही है, हर कुरितियों से लड़ रही है।
महिलाएं है देश की तरक्की का आधार, उनके प्रति बदलो अपने विचार।
महिला शक्ति का परचम दिखाना है, महिलाओं को आगे बढ़ाना है।
सम्मान प्रतिष्ठा और प्यार, महिला सशक्तिकरण के है आधार।
महिलाओं ने यह ठाना है, शोषण के विरुद्ध आवाज उठाना है।
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जब महिला में शक्ति होगी, तभी राष्ट्र की उन्नति होगी।
महिला सशक्त हो राष्ट्र में, बाकि सब इसके बाद में।
सशक्त होगी नारी शक्ति तो बनेगी राष्ट्र शक्ति।
जिसने हमें पाला है हमारा पोषण किया है, हमने सदा उसका शोषण किया है।
मर्द नहीं है वो जो महिला पर हाथ उठाये, जो नारी को सशक्त करे वही मर्द कहलाये।
महिलाओं को दो सम्मान, तभी प्रगति करेगा हिंदुस्तान।
भारत ने विश्व में इतिहास रच डाला है, जो पुरुषों नहीं किया वो महिलाओं ने कर डाला है।
नारी को शिक्षा और सम्मान, इससे होगा देश महान।
सशक्त महिला होगी तो सशक्त परिवार होगा, अन्यथा चारो ओर सिर्फ हाहाकार होगा।
अगर महिलाओं का शोषण होगा तो राष्ट्र में कुपोषण होगा।
महिला सशक्तिकरण का नारा है, समाज को तरक्की के मार्ग पर लाना है।
स्त्री का दर्जा सबसे बड़ा, इसका त्याग है सबसे बड़ा।
कभी माँ तो कभी बहन बनकर दुलारती है, महिला ना जाने कितने जीवन संवारती है।
महिलाओं की शक्ति को कम मत समझो, इनकी शक्ति को वहम मत समझो।
कल्पना चावला बनकर वह अंतरिक्ष माप चुकी है, महिला आज के वक्त में हर बाधा पार कर चुकी है।
महिला है समाज का आईना, इसका जीवन पूरी करता सबकी कामना।
नारी है सर्वस्व विधाता, उससे ही सारा संसार जीवन पाता।
आओ मिलकर करे उन्हे नमन, जिन्होंने दिया मानवता को जीवन।
महिलाओं को सम्मान दिलाना है, महिला सशक्तिकरण के संदेश को सबतक पहुंचाना है।
महिला सशक्तिकरण के सपने को पूरा करना है, तरक्की के राह पर आगे बढ़ना है।
महिलाओ को बराबरी का स्थान प्रदान किए बिना भारत की तरक्की संभव नही है।
भारत में यदि नारी जाति को उचित सम्मान नही मिला तो देश की दुर्दशा निश्चित है।
नारी को दो उचित सम्मान, क्योंकि सारे देव है इसमे विद्यमान।
महिलाओं का ना करो निरादर, देश की तरक्की के लिए जरुरी है इनका आदर।
महिलाओं को अपना स्वाभिमान जगाना है, देश को तरक्की के ओर बढ़ाना है।
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