दुनिया की सबसे अमीर महिला, जिनके आगे बड़े-बड़े अरबपति भी छोटे हैं, दरियादिली इतनी कि दान में दे दिए 1881 करोड़ रूपये, कौन है ये महिला जिसने टॉप रईसों में बनाई अपनी जगह, और इनकी कंपनी के बनाये प्रोडक्ट आप सब भी बड़े शान से यूज करती हैं।
दोस्तों आज हम बात करेंगे एक ऐसी महिला के बारे में जो न सिर्फ विदेशों में फेमस है बल्कि भारत में भी कहीं ज्यादा फेमस है और सबसे बड़ी बात कि आप सब भी उन्हें बहुत अच्छे से जानते हो, जी हाँ 70 वर्ष की फ्रेंकोइस बेटनकोर्ट मेयर्स है दुनिया की सबसे अमीर महिला जिनकी की नेटवर्थ है 100.1 अरब डॉलर। दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में ये 15वें नंबर पर हैं लेकिन महिलाओं की सूचि में सबसे ऊपर यानी सबसे अमीर महिला हैं, इनसे पहले इनकी मां लिलियन बेटेनकोर्ट थी दुनिया की सबसे अमीर महिला।
अब आप सोच रहे होंगे कि आप तो इन्हे जानते ही नहीं, लेकिन मैं दावे के साथ कह सकती हूँ कि आप सब जानते हैं – मै बताती हूँ कैसे ? ये दौलतमंद महिला किसी आईटी या ऑटोमोबाइल कंपनी की मालिकन नहीं, बल्कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स बनाने वाली लॉरिअल कंपनी की चेयरमैन हैं जिन्होंने पैसा और संपत्ति के मामले में कई अरबपति कारोबारियों को पछाड़ दिया है। जी हाँ वहीं लोरील कंपनी जिसके बनाये शैम्पू डाई मॉइस्चराइजर मेक अप सनस्क्रीन हेयर कलर परफ्यूम इत्यादि आप सब इस्तेमाल करते हैं
फ्रांस की रहने वाली लेडी बिजनेस टाइकून फ्रेंकोइस बेटनकोर्ट मेयर्स कॉस्मेटिक्स ब्रांड L’Oreal की वारिस हैं जिसमे उनकी और उनके परिवार की कुल 35 फीसदी हिस्सेदारी है। Bloomberg Billionaires Index के अनुसार इनकी नेटवर्थ 100.1 अरब डॉलर है और फोर्ब्स के अनुसार इनकी नेटवर्थ 16 मई 2024 को 99.5 अरब डॉलर थी। ये रईसी उन्हें अपनी मां Liliane Bettencourt से विरासत में मिली है। उनकी माँ Liliane Bettencourt के पिता यानी फ्रेंकोइस के नाना यूजीन शूएलर ने L’Oreal ब्रांड की शुरुआत की थी जिसमे Francoise 1997 से L’Oreal के बोर्ड में हैं।
सितंबर 2017 में 94 साल की उम्र में डिमेंशिया और अल्जाइमर यानी भूलने की बीमारी से पीड़ित अपनी मां की मौत के बाद Francoise Bettencourt Meyers ने अरबपतियों की सूची में कदम रखा था। दुनिया की सबसे अमीर महिला होने का यह खिताब कई सालों तक उनकी मां के पास था।
फ्रेंकोइस बेटेनकोर्ट मेयर्स फ्रांस की एक परोपकारी संस्था की अध्यक्ष भी हैं जो फ्रांस में फाउंडेशन साइंस और आर्ट्स की तरक्की को प्रोत्साहित करता है। अप्रैल 2019 में नोट्रे डेम कैथेड्रल को जब आग से भारी नुकसान हुआ था तब इन्होने इस प्रतिष्ठित संरचना को रिपेयर के लिए 226 मिलियन अमेरिकी डॉलर (यानी 1881 करोड़ रुपये) तुरंत दान दे दी थी।
10 जुलाई, 1953 को फ्रांस के न्यूली-सुर-सीन में जन्मी बेटेनकोर्ट एक कैथोलिक की तरह पली बढ़ी, अपने माता पिता की एकमात्र संतान और उत्तराधिकारी हैं। 1957 में इनकी पिता की मृत्यु के बाद फ्रेंकोइस को लोरियल की संपत्ति विरासत में मिली, 1963 में लोरियल कंपनी सार्वजनिक हो गई लेकिन फ्रेंकोइस के पास शेयर्स ज्यादा है। इनकी शादी बिजनेस एक्जीक्यूटिव और ऑशविट्ज़ में मारे गए एक रब्बी के पोते जीन-पियरे मेयर्स से हुई, बाद में वो यहूदी धर्म में परिवर्तित हो गईं और अपने बच्चों, जीन-विक्टर और निकोलस को भी यहूदी के रूप में पाला।
लोरियल के बोर्ड की वाइस-चेयरपर्सन बेटेनकोर्ट के बेटे, जीन-विक्टर मेयर्स और निकोलस मेयर्स भी इस कंपनी में डायरेक्टर हैं, अपनी लाइफ को प्राइवेट रखते हुए वो दुनिया के कई अमीरों के पसंदीदा लाइमलाइट भरी जिंदगी से बिलकुल दूर ही रहती हैं। दुनिया की सबसे अमीर महिला होने के साथ-साथ फिलेंथ्रॉपिस्ट और लेखक भी हैं और वह हर दिन घंटों पियानो बजाने की भी शौक़ीन हैं। इस फर्म की स्थापना 1909 में बेटेनकोर्ट मेयर्स के नाना, यूजीन शूएलर ने खुद अपने द्वारा विकसित की हुई हेयर डाई का उत्पादन और बिक्री करने के लिए की थी।